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#sehatsudharosarkar: जांच के फेर में पिसते मरीज, लाखों के जांच उपकरण फांक रहे हैं धूल

दौसा जिले में मरीजों को बाजार में करानी पड़ रही है जांच।

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दौसा

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Manish Sharma

Sep 16, 2017

bandikui hospital

बांदीकुई में बंद ब्लड स्टोरेज यूनिट

दौसा. जिले के सरकारी अस्पतालों में रोजाना करीब 8 हजार लोग उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। घंटों लाइन में लगने के बाद भी उपचार की समुचित सुविधा मुहैया नहीं हो पा रही है। कई अस्पतालों में लाखों रुपए के जांच उपकरण वर्षों से धूल फांक रहे हंै। इससे जांच कार्य भी प्रभावित हो रहा है, लेकिन मरीजों की सुविधाओं से किसी को कोई सरोकार नजर नहीं आ रहा।


जानकारी के अनुसार प्रदेश में 2011 से निशुल्क दवा एवं वर्ष 2013 से निशुल्क जांच योजना शुरू की गई थी, लेकिन कई अस्पतालों में अभी तक लैब की स्थापना तक नहीं हो पाई है। आउटडोर में मरीजों की जांच के सैम्पल सुबह 11 बजे तक ही लेने के नियम ने कोढ़ में खाज का काम कर दिया है। ऐसे में मरीजों को काउंटर पर पर्ची कटाने एवं चिकित्सक से परामर्श लेने में ही 11 बज जाते हैं।

जल्दी दिखाने की बात को लेकर मरीजों के परिजनों एवं अस्पताल के गार्डों में कहासुनी तक हो जाती है। ऐसे में मजबूरी में लोगों को जेब ढीली कर निजी स्तर पर जांच करानी पड़ती है। सबसे ज्यादा परेशानी दूर-दराज से आने वाले लोगों को उठानी पड़ रही है।


दवा वितरण के लिए भी 60 अस्पतालों पर मात्र 33 फार्मासिस्ट के पद ही स्वीकृत हैं। इसमें से भी कई औषधि भण्डार आदि अन्य कार्यों में लगे हंै। ऐसे में पुरानी पीएससी अभी भी बिना फार्मासिस्ट के बिना ही संचालित हो रही हैं।


पुरानी मशीन से सोनोग्राफी


जिला अस्पताल में पुरानी तकनीक की मशीन से सोनोग्राफी की जाती है। ऐसे में कई बार महिला के गर्भ में दो बच्चे होने के बाद भी एक ही बच्चा दिखा दिया जाता है। ऐसी स्थिति में महिला की जान भी जोखिम में आ सकती है।


शुरू नहीं हुई लैब


जिले के दो शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के संचालित होने के कई वर्षों बाद भी लैब शुरू नहीं हो पाई। ऐसे में लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी लोगों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा। यहां आने वाले मरीजों को जांच के लिए अन्यत्र जाना पड़ता है।


बांदीकुई में वर्षों से बंद ब्लड स्टोरेज यूनिट


जिला अस्पताल के बाद दूसरे बड़े सरकारी बांदीकुई अस्पताल में आपातकालीन सेवा के लिए शुरू किया गया रक्त संग्रहण केन्द्र कई वर्र्षों से मशीनरी खराबी के कारण बंद पड़ा है। इसके लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया। लाखों रुपए की सोनोग्राफी मशीन भी ताले में बंद है।

इनका कहना है...


ब्लड स्टोरेज यूनिट को शीघ्र ही शुरू करा दिया जाएगा। सोनोग्राफी के लिए सोनोलोजिस्ट नहीं होने के कारण यह सुविधा बंद है।
डॉ.रामनिवास मीना, प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, बांदीकुई

राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन से जिला डिमाण्ड के अनुसार करीब 430 प्रकार की दवा मुहैया कराई जाती है। उन्हें अस्पताल की केटेगिरी के हिसाब से सप्लाई किया जाता है।
डॉ. संदीप छावडा, प्रभारी जिला औषधि भण्डार, दौसा

फैक्ट फाइल


आरएमएससी से सप्लाई होने वाली दवा- 600
जिला औषधि भण्डार में दवा-430
जिले में दवा वितरण केन्द्र-86
सोनोग्राफी सेन्टर-28
जिला अस्पताल में होने वाली जांच-56
सीएससी में होने वाली जांच-37
पीएससी में होने वाली जांच-15
जिला अस्पताल में प्रतिमाह होने वाली जांच-23000