
दौसा. जिले में केवल रामकरण जोशी जिला चिकित्सालय में स्वाइन फ्लू कासैम्पल कलेक्शन सेन्टर है, लेकिन यहां सैम्पल लेने वाले टैक्निशियन कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन एक्जामिनेशन किट उपलब्ध नहीं है। ऐसे में इस कार्य में लगे कार्मिकों के स्वाइन फ्लू के वायरस के संपर्क में आने की आशंका बनी हुई है। जबकि गत दिनों चिकित्सालय में कार्यरत एक चिकित्सक के भी स्वाइन फ्लू पॉजिटव आया था, लेकिन चिकित्सा विभाग कोई सबक लेने को तैयार नहीं है। किट में कैप, मॉस्क, गाउन, ग्लब्ज एवं बड़ा चश्मा शामिल है। इस विशेष किट के पहनने से टैक्निशियन के सैम्पल लेते समय इसके वायरस के संपर्क में आने की संभावना नहीं रहती है।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2015 में प्रदेश में स्वाइन फ्लू के पैर पसारने के कारण जिला अस्पताल में स्वाइन फ्लू सैम्पल कलेक्शन सेन्टर शुरू किया था। इसके बाद से यहां मरीजों के सैम्पल लेने की सुविधा है, लेकिन वर्तमान में स्वाइन फ्लू की जांच के सैम्पल लेने के दौरान कार्मिकों के उपयोग में ली जाने वाली पर्सनल प्रोटेक्शन एक्जामिनेशन किट समाप्त हो गई है। ऐसे में स्वाइन फ्लू के संक्रमित बीमारी होने के कारण जांच कार्य में लगे कार्मिक भी आंशकित है। जबकि इस वर्ष स्वाइन फ्लू की बीमारी फिर से फैल रही है एवं इसका स्ट्रेन भी बदला है। गौरतलब है कि जिले में इस वर्ष 33 लोगों के स्वाइन फ्लू पॉजिटव आया है एवं तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
यह है किट में
इस किट में कैप, मॉस्क, गाउन, ग्लब्ज एवं बड़ा चश्मा शामिल है। इस विशेष किट के पहनने से टैक्निशियन के सैम्पल लेते समय इसके वायरस के संपर्क में आने की संभावना नहीं रहती है।
दे रखा है ऑर्डर
स्वाइन फ्लू कलेक्शन सेन्टर के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन एक्जामिनेशन किट के लिए ऑर्डर दे रखा है। जल्द ही एक-दो दिन में यह किट उपलब्ध हो जाएगी।
डॉ. बीके बजाज, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय, दौसा
Published on:
13 Oct 2017 08:19 am
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