शहर के प्रमुख व्यावसायिक केन्द्र कृषि उपज मंडी को जाने वाली इस रोड पर करीब एक सप्ताह से गंदा पानी जमा है। हाल यह है कि पैदल जाना भी संभव नहीं है। बाइक चालकों को कपड़े छींटे लगने से मैले हो जाते हैं। इस रोड के इर्द-गिर्द एक दर्जन कॉलोनियों सहित कई विद्यालय व शहर के प्रमुख मंदिर भी हैं। ऐसे में हजारों लोग प्रतिदिन यहां आवाजाही करते हैं। इसके बावजूद नगर परिषद आंख मूंद कर बैठी है। यहां नाला कचरे से अटा होने के कारण पूरा पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर आ रहा है।
परिषद के अनुसार आगे नाले का काम चलने के कारण बहाव को रोक रखा है, लेकिन नाले को देखकर लगता है कि सफाई हुए कई माह बीत गए हैं। सबसे बड़ी परेशानी यहां दो साल पहले बनाई गई सड़क से पैदा हो गई है। सड़क के निर्माण के समय अभियंताओं की लापरवाही से ढलान बीच में हो गई है।
ऐसे में पानी निकास नहीं होता है। बारिश के मौसम में तो सदैव जलभराव हो जाता है। सड़क के निर्माण ठीक ढंग से नहीं होने का खामियाजा हजारों लोगों को भुगतना पड़ता है। मंडी रोड शहर का व्यस्ततम प्रमुख व्यापारिक मार्ग है। इसके बावजूद यहां कभी फेरोकवर टूट जाते हैं तो कभी पानी भरा रहता है। सड़क का निर्माण सही तकनीक से नहीं होने से समस्या बन गई है।
राधेश्याम गुप्ता, स्थानीय व्यापारी नाले कचरे से अटे पड़े हैं। सड़क पर पानी जमा होने से प्रतिदिन हजारों लोगों को गंदे पानी के बीच से होकर जाना पड़ रहा है। सबसे अधिक तकलीफ तो पैदल चलने वालों को होती है।
छगनलाल त्रिवेदी, व्यापारी
मुख्य रास्ते पर पानी जमा होने से शहर का सौन्दर्यीकरण बिगड़ रहा है। बाइक पर गुजरने के दौरान गंदे पानी की छींटे लग रहे हैं। नगर परिषद को शीघ्र समस्या का समाधान करना चाहिए।
राजकुमार जांगिड़, राहगीर
सड़क पर पानी जमा होने से लोग कम आते हैं, इससे व्यापार प्रभावित होता है। प्रतिदिन सुबह-शाम मंदिर जाने वालों ने रास्ता बदल लिया है। शीघ्र समस्या का समाधान होना चाहिए।
छगनलाल गुप्ता, दुकानदार