
(पत्रिका ब्यूरो,देहरादून): स्थानीय निकाय चुनाव में टिकट आवंटन से नाराज चले रहे भाजपाइयों को अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मनाएंगे। दरअसल नाराज भाजपइयों को मनाने में उत्तराखंड भाजपा के शीर्ष नेताआें ने पूरी ताकत झोक दी है लेकिन कार्यकर्ता कहीं से भी मानने को तैयार नहीं हैं। इस क्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी कार्यकर्ताआें को मनाने की कोशिश की है लेकिन कार्यकर्ता अब तक नहीं माने हैं। अब कार्यकर्ताआें की नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर है।
शाह ने कार्यकर्ताओं को दिल्ली तलब किया
रूठे कार्यकर्ताआें को मनाने के मकसद से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अमित शाह से बातचीत भी की है। हालांकि मुख्यमंत्री के पहले उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष अजय भट्ट ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को यह जानकारी दी है कि कार्यकर्ता दायित्व आवंटन को लेकर सरकार से नाराज चल रहे हैं। माना जा रहा है कि शाह आगामी दो दिनों के अंदर वरिष्ठ कार्यकर्ताआें से बात करेंगे। इसके अतिरिक्त प्रदेश की सभी पांचों संसदीय क्षेत्रों से कुल 25 वरिष्ठ कार्यकर्ताआें को भी दिल्ली बुलाया गया है। इन सभी कार्यकर्ताआें को निर्देश दिए गए हैं कि वे 4 नवंबर तक दिल्ली भाजपा मुख्यालय में पहुंच जाएं।
प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेता भी कर चुके है माथापच्ची
सूत्रों के मुताबिक इसके पहले भाजपा के राष्ट्रीय सह महामंत्री (संगठन) शिव प्रकाश और उत्तराखंड भाजपा के प्रभारी श्याम जाजू ने भी दो दर्जन से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों में रूठे कार्यकर्ताआें को मनाने की कोशिश की है लेकिन कार्यकर्ताआें ने साफ तौर पर मना कर दिया है।
तवज्जो न देने से नाराज
सूत्रों के मुताबिक कार्यकर्ताआें ने साफ साफ सरकार और संगठन दोनों पर ही आरोप लगाया है कि न ही प्रदेश का कोई मंत्री और न ही संगठन के शीर्ष नेता कार्यकर्ताआें की बात को सुनते हैं या फिर तवज्जो देते हैं। कार्यकर्ताआें ने स्पष्ट कहा है कि चुनाव के समय ही पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कार्यकर्ताआें को प्रचार या फिर अन्य कार्यों में उपयोग के लिए खोजता है। कार्यकर्ता अपने खर्चे पर पार्टी का प्रचार करते हैं लेकिन संगठन में कार्यकर्ताआें की उपेक्षा की जाती है। माना जा रहा है कि भाजपा हाईकमान को भी अब लगने लगा है कि कार्यकर्ताआें की नाराजगी यूं ही बढ़ती गई तो आगामी निकाय चुनाव में प्रत्याशियों के सामने संकट की स्थिति पैदा हो जाएगी।
नहीं दिखा सकेंगे किसी कार्यकर्ता को बाहर का रास्ता
सूत्रों के मुताबिक शुरू में तो भाजपा का शीर्ष नेतृत्व कार्यकर्ताआें को अनुशासनहीनता का भय दिखाकर पार्टी से निकालने की धमकी दे रहा था लेकिन हालात की गंभीरता को देखते हुए अब प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेता भी चुपी साधे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक भाजपा हाईकमान ने प्रदेश भाजपा के नेताआें से कहा कि फिलहाल किसी भी कार्यकर्ताआें को पार्टी से निकालने की धमकी नहीं दी जाए।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सभी के अभिभावक हैं। वे किसी से भी बात कर सकते हैं। समस्याएं सुन सकते हैं और सुलझा भी सकते हैं । हां ,पर कार्यकर्ता भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार शुरू कर चुके हैं।’ अजय भट्ट ,अध्यक्ष ,उत्तराखंड भाजपा
Published on:
02 Nov 2018 02:06 pm
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