
चौथे राउंड की काउंसलिंग फोटो: AI
इस योजना का उद्देश्य प्रदेश की युवतियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार दिलाना है। 19 से 27 वर्ष की आयु वर्ग की बेटियों को सरकार जापान जैसे देशों में सीधे रोजगार के अवसर दिला रही है।
सरकार की ओर से चयनित युवतियों को निशुल्क जापानी भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। छह महीने का यह कोर्स पूरी तरह सरकार द्वारा प्रायोजित होगा, जिसमें प्रशिक्षण के साथ-साथ आवास और भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी। इस कोर्स के बाद युवतियों का इंटरव्यू लिया जाएगा, जिसमें सफल होने पर उन्हें जापान में केयरगिवर की नौकरी मिलेगी। इस नौकरी में प्रति माह एक से डेढ़ लाख रुपये तक का वेतन मिलने की संभावना है।
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक युवतियां जो या तो जनरल ड्यूटी असिस्टेंट (GDA) का छह महीने का कोर्स कर चुकी हैं या फिर जापानी भाषा सीखने के लिए इच्छुक हैं, वे आवेदन कर सकती हैं। एएनएम (ANM) कोर्स पास करने वाली युवतियां भी इसके लिए पात्र हैं। आवेदन बिल्कुल निशुल्क है और इसे सेवायोजन विभाग के विदेश रोजगार प्रकोष्ठ की ईमेल आईडी mccsahaspur@gmail.com पर भेजा जा सकता है।
इसके अतिरिक्त, सरकार की यह योजना केवल जापान तक सीमित नहीं है। जर्मनी में नर्सिंग क्षेत्र में भी युवाओं को भेजने की तैयारी हो रही है। पिछले साल शुरू किए गए पहले बैच के 15 नर्सिंग छात्रों का जर्मन भाषा कोर्स अंतिम चरण में है और जुलाई में उनकी परीक्षा होनी है। सफल होने के बाद ये सभी छात्र जर्मनी रवाना होंगे, जहां उन्हें 2.5 से 3 लाख रुपये तक का वेतन मिलेगा। इसके अलावा, 27 अन्य छात्रों का दूसरा बैच भी भाषा प्रशिक्षण में जुटा है, जिनकी परीक्षा अगले वर्ष जनवरी 2026 में प्रस्तावित है।
Published on:
28 May 2025 05:57 pm
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