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देवरिया हत्याकांड: नरसंहार में मारे गए लोगों का हुआ अंतिम सस्कार, ढाई करोड़ की प्रॉपर्टी के लिए काटा गला

Deoria Murder Case: देवरिया में एक के बाद एक 6 लोगों की हत्या हो गई। बताया जा रहा है कि यह हत्याकांड एक जमीनी विवाद की वजह से हुआ।

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deoria murder case update last rites of 6 people took place today

Deoria Murder Case: गोलियों की तड़तड़ाहट और एक घर के पांच लोगों की मौत। ये खौफनाक मंजर यूपी के देवरिया में हुआ, जहां जमीनी रंजिश में 6 लोगों ने अपनी जान गवां दी। पहले एक परिवार के 1 इंसान की हत्या हुई और उसके बदले में दूसरे परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में मारे गए लोगों का आज अंतिम संस्कार किया गया।

रामपुर कारखाना क्षेत्र के पटना घाट पर हत्याकांड में मारे गए सत्य प्रकाश दुबे समेत 5 लोगों का अंतिम संस्कार कराया गया। इस दौरान जिला और पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। हत्याकांड में मारे गए सत्य प्रकाश दुबे के बेटे देवेश ने अपने पिता, माता, भाई और बहन को मुखाग्नि दी।

क्या है पूरा मामला?
यह मामला देवरिया के फतेहपुर के लेहड़ा टोला का है। मी‌डिया रिपोर्ट के अनुसार, यहां जमीन दो सगे भाइयों सत्य प्रकाश दुबे और प्रेम प्रकाश दुबे के नाम थी। विवाद के कारण प्रेम प्रकाश दुबे ने अपने हिस्से की जमीन को पूर्व जिला पंचायत के सदस्य प्रेम चंद यादव को बेच दी थी।

इस जमीन को लेकर पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच विवाद चल रहा था। रंजिश पुरानी थी तो अक्सर तनातनी हो जाती थी। सत्य प्रकाश का आरोप था कि प्रेम यादव उनकी जमीन पर लगातार कब्जा कर रहा है। वहीं, प्रेम यादव उसे अपनी जमीन बताता था। इसी को लेकर उन दोनों के परिवार में विवाद चल रहा था।




एक की हत्या के बाद 5 का मर्डर
सोमवार सुबह विवादित भूमि पर प्रेम गए थे और इसी बीच सत्य प्रकाश से विवादित भूमि को लेकर बहस हो गई। देखते ही धारदार हथियार से पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या कर दी गई। इसके बाद बदले की आग में प्रेम यादव के परिवार के लोगों ने सत्य प्रकाश के घर पर बंदूक, लाठी-डंडा और धारदार हथियार लेकर धावा बोल दिया। प्रतिशोध में उमड़ी भीड़ सत्यप्रकाश दुबे के दरवाजे पर पहुंच गई। भीड़ घर में घुस गई और उनकी पत्नी किरण, बेटी शलोनी (18), नंदनी (10) और बेटा गांधी (15) की हत्या कर दी। जबकि अनमोल (8) गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई।