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आशा एवं उषा सुपरवाइजर ने मांगों को लेकर किया प्रदर्शन, निकाली रैली- देखें वीडियो

- कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन

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देवास। अपनी मांगों को लेकर आशा एवं उषा सुपरवाइजर 6 दिनों से हड़ताल पर हैं। इसी के चलते आज मंगलवार को जिला अस्पताल से इनके द्वारा थाली बजाते हुए रैली निकली गई जो देवास शहर से होती हुई कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची।

इसके बाद इन्होंने कलेक्टर कार्यालय में अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। यहां उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि आशा कार्यकर्ता का वेतन 10,000 और आशा सुपरवाइजर का वेतन 15000 किया जाए, जिससे हमारी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके साथ ही हमें घर चलाने में भी समस्याओं का सामना न करना पड़े। अपनी इन्हीं मांगों को लेकर हम हड़ताल पर हैं।

ज्ञात हो कि अभी कुछ दिन पहले भी बुरहानपुर में आशा, उषा और सहयोगिनी ने विरोध रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय के सामने दिनभर धरना दिया था।

इस दौरान यह सुबह कार्यकर्ता सिंधी बस्ती में एकत्र होने के बाद इनके द्वारा यहां से विरोध रैली निकाली गई थी। इस दौरान नारेबाजी करते हुए ये सभी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और यहां बैठ कर दिन भर धरना देते रहे। इस दौरान इनके द्वारा 13 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन भी दिया गया। उस समय यहां कार्यकर्ता संघ अध्यक्ष झाबा अलावे और भारती गंगराड़े ने बताया था कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन देश में 11 लाख आशा और 1 लाख 60 हजार आशा सुपरवाइजर काम करती हैं।

ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों को हर तरह की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी, टीकाकरण, स्वच्छता, गर्भवती की देखभाल से लेकर उसे अस्पताल पहुंचाने और परिवार नियंत्रण कार्यक्रम तक का संचालन इन्हीं के भरोसे है। लेकिन इसके बावजूद कार्यकर्ताओं की मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां तक की नियमित वेतन की पात्रता तक नहीं मिली है।

इसी को लेकर हम सभी परेशान है। संघ कार्यकर्ताओं को नियमित वेतन के दायरे लाने, आशा सुपरवाइजर का 10 लाख का बीमा करने, आशा सुपरवाइजर की एएनएम पद पर पदोन्नति करने, आशा सुपरवाइजर की ब्लॉक में भी ठहरने की व्यवस्था करने सहित दूसरी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया था।