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झिकड़ाखेड़ा बीट में तेंदुए का शावक मृत मिला

जांच के बाद ग्रामीणों की उपस्थिति में किया दाह संस्कार

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Kamal Singh

Jun 15, 2016

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करनावद .
देवास वन परिक्षेत्र की सब रेंज हाटपीपल्या की पश्चिम बीट झिकड़ाखेड़ा के कक्ष 25 के जंगल की झाडिय़ों में तेंदुए का करीब एक वर्ष का शावक मंगलवार को मृत अवस्था में पड़ा मिला। बदबू आने पर ग्रामीणों ने सूचना दी। सूचना मिलते ही वन संरक्षक पीएस चंपावत, देवास रेंजर राजवीरसिंह जादौन, वन विभाग का हाटपीपल्या एसडीओ ऐके हनुवते, डिप्टी रेंजर आरएस चुंड़ावत मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना कर मृत तेंदुए का पंचनामा बना कर कार्रवाई की गई।

मौके पर हाटपीपल्या पशु चिकित्सक डॉ. एसएस जायसवाल व उदयनगर डॉ. अरुण मिश्रा मौके पर पहुंचे और मृत तेंदुए के बच्चे की त्वचा और जिह्वा का सैंपल लेकर जांच के लिए रोग अनुसंधान केन्द्र मथुरा भेजा गया। दोपहर 12.30 बजे तेंदुए का दाह संस्कार झिकड़ाखेड़ा के जंगल में वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों की उपस्थिति में किया। तेंदुए के शावक का पिछला हिस्सा पूरा सड़ चुका था। इसी कारण चिकित्सक उसके नर या मादा होने का पता भी नहीं लगा पाए।

झिकड़ाखेड़ा के कृषक रमेश पिता आत्माराम पाटीदार के खेत सें लगे जंगल में झाड़ी में तेंदुए का बच्चा मृत अवस्था में दिखा, इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। मौके पर पहुंची टीम ने मौका मुआयना किया। डॉ. एसएस जयसवाल व उदयनगर के डॉ. अरुण मिश्रा पहुंचे। डॉ. जायसवाल ने बताया कि तेंदुए के शावक की उम्र करीब एक वर्ष है और तीन दिन पुराना शव है। लगता है कि इसकी किसी बीमारी से प्राकृतिक मौत हुई है। शावक के मूंंछ के बाल, नाखून, दांत और पंजे सभी सही सलामत है। चंपावत ने बताया कि तेंदुए का शावक है और इसका तीन दिन पुराना शव दिख रहा है। अगर इसका शिकार होता तो उसके शरीर के अंग ले जाते। मौत के कारणों का पता रिपोर्ट के आने के बाद ही चल पाएगा। ग्राम झिकड़ाखेड़ा के अमरलाल यादव, मनोहर पाटीदार व भंवरलाल यादव ने बताया कि तीन दिन पूर्व भी गांव के सूरजमल पाटीदार के खेत पर अज्ञात जंगली जानवर ने गाय पर हमला किया था। वहीं इसी माह में अज्ञात जानवर ने गांव के किसान कन्हैया जगदीश यादव, हरिओम यादव, कैलाश्या यादव के पालतु जानवरों पर हमला कर किया था। ग्रामीणों ने शावक को दो दिन पहले देख लिया था, लेकिन डर के कारण उसके पास नहीं गए ।