
MP Assembly Election 2023 : कांग्रेस ने जब प्रत्याशियों की सूची जारी करी तब सोनकच्छ के मौजूदा विधायक सज्जनसिंह वर्मा इंदौर से टोंकखुर्द क्षेत्र में पहुंच चुके थे। एक गांव में पगड़ी की रस्म में शामिल होने के लिए जाते समय उन्हें घोषणा होने की जानकारी मिली। उधर घोषणा होते ही वर्मा का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। वर्मा को कांग्रेस द्वारा सातवीं बार यहां से प्रत्याशी बनाया गया है। इससे पहले वे पांच विधानसभा चुनावों में यहां से जीत चुके हैं जबकि एक चुनाव में उन्हें यहां से हार का सामना करना पड़ा।
चुनरी यात्रा में शामिल हुए
वर्मा पगड़ी रस्म में शामिल होने के बाद टोंकखुर्द में आयोजित चुनरी यात्रा में शामिल हुए। इसके बाद रणायल, गोरवा, रंधनखेड़ी में शोक संतप्त परिवारों के यहां बैठने गए। शाम को देवास आकर कालानीबाग में झोकरकर गुरुजी का आशीर्वाद लेने पहुंचे। इसके बाद चामुंडा कॉम्प्लेक्स पहुंचे। यहां शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी सहित कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया। वहीं वर्मा ने पत्रकारों से भी चर्चा की। बाद में वर्मा इंदौर पहुंचे और विधानसभा क्रमांक-4 में आयोजित बैठक में भाग लिया।
विधानसभा में कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न
सोनकच्छ विधानसभा से वर्मा के नाम की घोषणा होते ही क्षेत्र के कार्यकर्ता व समर्थकों द्वारा जगह जगह जश्न मनाते हुए एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया। शाम को सोनकच्छ के एमजी रोड पर जपं अध्यक्ष सुरजसिंह ठाकुर, देवास शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी, पवन वर्मा, ओमप्रकाश परमार, राधेश्याम चौधरी, शैतानसिंह तंवर, राहुल गोलिया सहित क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया।
राजनीतिक कॅरियर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। 1983 में इंदौर में पार्षद बने। 1985 में पहली बार सोनकच्छ से विधायक बने, 1998, 2003 व 2008 के चुनाव में भी जीते, कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे, 2009 से 2014 तक देवास-शाजापुर सांसद रहे। 2018 में फिर विधानसभा चुनाव जीते और मंत्री बने, वर्तमान में विधायक।
टिकट क्यों
सोनकच्छ वर्मा की पारंपरिक सीट है, वर्तमान में विधायक हैं, लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय व लोगों से जीवंत संपर्क, मजबूत टीम
किस गुट से- कमलनाथ गुट
मैदान में पांच चुनौतियां
- आए दिन विवादास्पद बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं। विवादों से बचना चुनौती।
- दो बार मंत्री रहते हुए भी क्षेत्र को शिक्षा से संबंधित कोई बड़ी सौगात नहीं दिला सके।
- क्षेत्र में रोजगार के लिए कोई साधन नहीं होने से युवाओं को पलायन करना पड़ता है।
- कुछ कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने के कारण वोट बैंक प्रभावित हो सकता है।
- इस बार भाजपा पूरी ताकत के साथ मैदान में है। भाजपा की रणनीति एक बड़ी चुनौती रहेगी।
कोई दावे नहीं, कोई वादे नहीं। सोनकच्छ मेरा है मैं सोनकच्छ का हूं। 150 के ऊपर कांग्रेस की सीटें आ रही है। कांग्रेस की मजबूत सरकार बनेगी। इस बार देवास जिले की पांचों सीट कांग्रेस जीतेगी।
-सज्जनसिंह वर्मा, कांग्रेस प्रत्याशी, सोनकच्छ
Updated on:
16 Oct 2023 01:30 pm
Published on:
16 Oct 2023 01:27 pm
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