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देवास। जिले में किसानों को प्राकृतिक आपदा के चलते मिलने वाली क्षतिपूर्ति की राशि की बंदरबाट करने का मामला सामने आया है। महालेखाकार ग्वालियर द्वारा जारी की गई ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार किसानों को मिलने वाली 1 करोड़ 72 लाख रुपए की राशि वितरण किसानों को नहीं हुआ। वित्तिय अनियमितता करते हुए अन्य खातों में राशि ट्रांसफर कर दी गई। रिपोर्ट आने के बाद कलेक्टर ऋषव गुप्ता द्वारा मामले की जांच कराई गई। जांच में कुछ तहसीलों में तो रिकॉर्ड मिल गया लेकिन कुछ में रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। ऐसे में अब 39 पटवारियों को शोकाज नोटिस जारी किए गए हैं। जवाब आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
14 जिलों में हुई है गड़बड़ी
जानकारी के अनुसार महालेखाकार ग्वालियर द्वारा की गई प्रारंभिक ऑडिट से खुलासा हुआ है कि प्रदेश के 14 जिलों में किसानों को मिलने वाली राशि वितरित करने में वित्तीय गड़बडिय़ां हुई हैं। इसमें देवास भी शामिल है। रिपोर्ट आने के बाद कलेक्टर ने मामले की जांच शुरू करवाई। इसमें देवास, हाटपीपल्या तहसील में कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया। वहीं बागली तहसील का उल्लेख रिपोर्ट में था लेकिन उसका रिकॉर्ड मिल गया है। अन्य तहसीलों में इस तरह की गड़बड़ हुई है।
सतवास, कन्नौद व खातेगांव के मामले ज्यादा
सूत्रों की माने तो जिले की सतवास, कन्नौद व खातेगांव में वित्तीय अनियमितता के मामले ज्यादा हैं। सूत्रों के अनुसार संबंधितों द्वारा उक्त राशि या तो खुद के खाते में या उनके परिजनों के खातों में डालकर आहरित की गई। ऐसे में कलेक्टर द्वारा 39 पटवारियों को शोकाज नोटिस जारी कर हिसाब-किताब मांगा गया है। जवाब संतोषजनक व हिसाब-किताब नहीं मिलता है तो संबंधितों से राशि की वसूली की जाएगी। इसके बाद उनके ऊपर कार्रवाई होगी।
-वर्जन
-कैग की रिपोर्ट में राशि के हेरफेर की बात सामने आई है। मामले की जांच करा रहे हैं। संबंधित 39 पटवारियों को शोकाज नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर संंबंधितों से राशि की वसूली कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।-ऋषव गुप्ता, कलेक्टर
Published on:
20 May 2023 05:13 pm
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