
नागूखेड़ी के इस हिस्से में चल रहा है काम
देवास। उज्जैन रोड पर नागूखेड़ी क्षेत्र से इंदौर रोड औद्योगिक क्षेत्र तक प्रस्तावित मिनी सुपर कॉरिडोर का कार्य एक किमी के हिस्से से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। लैंड पुलिस याेजना के तह मिनी सुपर कॉरिडोर के लिए किसानों की जमीन ली जाना है। योजना के तहत नागूखेड़ी क्षेत्र में तो देवास विकास प्राधिकरण ने काम शुरू कर दिया लेकिन मेंढकीचक में किसानों को राजी करने में प्राधिकरण को पसीना आ रहा है। मेंढकीचक के कई किसान लैंड पुलिंग योजना में जमीन नहीं देना चाहते हैं। किसान मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में प्रोजेक्ट पूरा होने में देरी हो सकती है। उल्लेखनीय है कि देवास विकास प्राधिकरण द्वारा मिनी सुपर कॉरिडोर प्रोजेक्ट का कार्य अक्टूबर में उज्जैन रोड पर नागूखेड़ी क्षेत्र से शुरू किया गया था। योजना के तहत नागूखेड़ी क्षेत्र के एमआर-10 को 45 मीटर चौड़े रोड के रूप में विकसित किया जा रहा है। देवास विकास प्राधिकरण ने एक किमी के लिए टैंडर निकालकर काम शुरू किया था। मिनी सुपर कॉरिडोर 400 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जाना है। योजना के तहत करीब 232 हेक्टेयर भूमि लैंड पुलिंंग योजना के तहत ली जा रही है। प्रोजेक्ट के तहत करीब 300 किसानों की जमीन लैंड पुलिंंग योजना के तहत ली जाना है।
अमले को लौटाया
जानकारी के अनुसार मेंढकीचक के करीब 40 किसान जमीन के बदले मुआवजे की मांग कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि प्राधिकरण के अफसरों द्वारा धमकाने के अंदाज में बात की जाती है। जब मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान कह चुके हैं कि बिना किसान की सहमति के जमीन नही ली जाएगी तो बार-बार हम पर दबाव क्यों बनाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार चार-पांच दिन पूर्व अमला जेसीबी लेकर मेंढकीचक पहुंचा था। उस समय किसानों ने विरोध किया तो अमले को लौटना पड़ा।
नवनियुक्त अध्यक्ष से की चर्चा
उधर किसानों ने देवास विकास प्राधिकरण के नवनियुक्त अध्यक्ष राजेश यादव का स्वागत किया। साथ ही इस मामले को लेकर उनसे चर्चा की। किसानों ने उन्हें स्पष्ट कहा कि हम लैंड पुलिंग योजना के तहत जमीन नहीं देना चाहतेे। मामले में यादव ने किसानों को आश्वासन दिया है।
दो साल में पूरा होना है प्रोजेक्ट
उल्लेखनीय है कि मिनी सुपर कॉरिडोर प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए विकास प्राधिकरण ने दो साल का समय निर्धारित किया है। इसके पहले चरण में एक किमी हिस्से में काम चल रहा है। उधर अगर योजना में मेंढकीचक के किसान जमीन नहीं देते हैं तो दो साल में उक्त प्रोजेेक्ट पूरा होना मुश्किल है।
वर्जन
-हम किसानों से वन-टू-वन बात कर रहे हैं। उनसे बात होने के बाद ही प्रोजेक्ट आगे बढ़ाया जाएगा। किसी को धमकाने के आरोप गलत हैं।-विशालसिंह चौहान, सीईओ, देविप्रा
-मिनी सुपर कॉरिडोर को लेकर विधायक व सीईओ के साथ बैठक कर चर्चा की जाएगी। किसानों से भी चर्चा हुई है।-राजेश यादव, अध्यक्ष देविप्रा
Published on:
11 Apr 2023 11:53 am
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