
CG News: आज के दौर में जहां मकान-दुकान बनाने हरियाली पर आरी चल रही। वहीं दूसरी ओर शहर के सबसे महंगे व्यापार क्षेत्र में एक दुकानदार ने दो मंजिला दुकाना बनवाया, लेकिन पेड़ नहीं काटा। दुकान के बीचो बीच 50 फीट का यह पीपल पेड़ छांव देने के साथ लोगों का ध्यान भी खींच रहा है। ऊंचाई से यह देखने पर ऐसा लगता है मानों किसी कंट्रक्शन के बीच कोई गुलदस्ता हो।
गोलबाजार स्थित भारत वस्त्रालय के प्रोपाइटर अजय आहूजा ने बताया कि जब दुकान बनवाने 2017 में नक्शा बनवाएं, तो इंजीनियर ने पेड़ को बाधा बताया। इसी दौरान अचानक जड के पास की दीवार गिर गई। दीवार गिरने पर इस पीपल पेड़ का तना गोल नहीं, बल्कि चपटा था। पांच भागों में बटा तना 15 फीट तक एक ही लाइन में था। वहीं तने के नीचे का हिस्सा कुछ-कुछ मंदिर जैसा दिखता है। तब निर्णय लिए कि इस पेड़ को काटेंगे नहीं बल्कि भगवान समझकर रोज-पूजा अर्चना करेंगे।
कपडे के इस दुकान का क्षेत्रफल 3 हजार वर्ग फीट है। इसमें सामने दुकान से पेड़ तक 1 हजार वर्गफीट में कपडे़ सजे हैं। इसके बाद बीच के 500 वर्ग फीट में पीपल का पेड़ फैला हुआ है। इसके आगे 1500 वर्ग फीट में कपड़े का अलग से दुकान सजा है। लोग जब दुकान के भीतर पीपल पेड़ के पास पहुंचते हैं, तो सबसे पहले उनकी नजर चपटे तने वाले पीपल के पेड़ और आस-पास रखे भगवान की मूर्ति-तस्वीरों पर पड़ती है। यह नजारा तत्काल लोग अपने कैमरे में उतारने लगते हैं। बताया गया है कि इस पीपल पेड़ की जड़ दुकान के बाहर सड़क के नीचे तक फैली है।
पीपल पेड़ कई सौ साल तक जिंदा रहता है। इनकी जड़े मजबूत से मजबूत निर्माण को भी फाड़ देती है। इसलिए दुकान की बिल्डिंग के लिए ये पीपल खतरनाक हो सकता है। दुकान के मालिक भारत भूषण इसे खतरा नहीं बल्कि देवता मानते हैं। उन्होंने इस पीपल को सहेजकर रखने का संकल्प ले रखा है। इस दुकान में 1-2 नहीं 48 कर्मचारी काम करते हैं। सभी की आस्था इस पेड़ पर है। कर्मचारी देवेन्द्र कुमार व अकाक्षा भारती ने कहां कि सभी ने अपने धार्मिक आस्था के प्रतीकों की मूर्तियां या तस्वीरें यहां रखी गई है। इनमें हनुमान, शिवजी, संत घासीदास बाबा आदि शामिल है।
पीपल के 50 फीट ऊंची पेड़ की जड़ चपटी है। इसकी चौड़ाई 8 इंच से 6 फीट और मोटाई 4 से 10 इंच है। 5 भागों में तना बंटा है। 22 से 25 फीट तक चपटी शाखाएं है। इसके बाद ऊपर मोटे,गोल बड़ी-बड़ी शाखाएं है। चपटी शाखाओं में मोटी शाखाएं आश्रित होने के कारण है यह पीपल का पेड़ खास और अनोखा भी है। दुकान के प्रोपाइटर ने कहां कि पेड़ से व्यापार में कोई दिक्कत नहीं है। हमें तो ठंड़कता के साथ देव पीपल मिल गया। पेड़ की ही कृपा से व्यापार भी अच्छा चल रहा।
जड़ में चबूतरा बनवाकर विभिन्न धर्म प्रतीकों की मूर्ति या तस्वीरें रख दी गई। नंदी के साथ शिवलिंग की भी स्थापना की। सुबह-शाम मालिक और कर्मचारी यहां पूजा करते हैं।
Updated on:
05 Jun 2024 07:32 pm
Published on:
05 Jun 2024 07:30 pm
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