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मई में बचे सिर्फ 5 दिन शुभ मुहूर्त! 9 जून से नहीं कर सकेंगे अच्छे काम की शुरुआत, जानें वजह…

Guru Grah Asta 2025: धमतरी जिले में अक्षय तृतीया के बाद मई महीने में विवाह सहित मांगलिक कार्यों के लिए अब सिर्फ 5 शुभ गणेश शेष है।

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मई में सिर्फ 5 दिन शुभ मुहूर्त, 9 जून से नहीं कर सकेंगे अच्छे काम की शुरुआत, जानें वजह...

Guru Grah Asta 2025: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में अक्षय तृतीया के बाद मई महीने में विवाह सहित मांगलिक कार्यों के लिए अब सिर्फ 5 शुभ गणेश शेष है। इसके बाद 8 जून से मांगलिक कार्य पर ब्रेक लग जाएगा। 12 जून से गुरू ग्रह अस्त हो रहा है। गुरू ग्रह का उदय 5 जुलाई को होगा।

इसके बाद 6 जुलाई से देवशयन होंगे। इसके चलते मांगलिक कार्यों पर पूरी तरह से ब्रेक लग जाएगा। ऐसे में विवाह समेत अन्य मांगलिक कार्यों के लिए लोगों को 3 महीने का इंतजार करना होगा। 2 नवंबर 2025 से पुन: मांगलिक कामकाज की शुरुआत होगी।

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Guru Grah Asta 2025: गुरू ग्रह अस्त होने का ये पड़ेगा असर

मठ मंदिर स्थित श्री सिद्धी विनायक गणेश मंदिर के पुजारी पंडित होमन प्रसाद शास्त्री व पंडित श्रीकांत तिवारी ने बताया कि अक्षय तृतीया अबूझ मुहूर्त होता है। इसमें विवाह समेत अन्य मांगलिक कार्यों के लिए किसी मुहूर्त की जरूरत नहीं होती है। मई माह में अब तक कई शादियां हुईं। शेष बचे 17, 8, 19, 24 और 28 मई को विवाह के लिए शुभ उत्सव मनाया जाता है।

इसी तरह जून महीने में 1, 2, 4 और 7 और 8 जून तक मांगलिक कार्यों के लिए शुरुआत होती है। इसके बाद गुरू ग्रह अस्त हो रहा है। शास्त्र अनुसार गुरू ग्रह के अस्त होने पर विवाह समेत अन्य मांगलिक कार्य निषिद्ध माना जाता है। गुरू ग्रह शुभता का प्रतीक है। इसके उदय होने पर ही मांगलिक कार्य कराया जाना श्रेयष्कर होता है।

साल का पहला खंडग्रास चंद्रग्रहण 7 सितंबर को

पंडित श्रीकांत तिवारी ने बताया कि वर्ष-2022 का प्रथम खंडग्रास चंद्रग्रह 7 सितंबर को स्थापित होगा, जिसका सूतक काल 9 घंटे पहले दोपहर 2.57 बजे स्थापित होगा। ग्रहण टच नाइट 9 ऑर्केस्ट्रा 57 मिनट पर मध्य काल 1 41 मिनट पर और मोक्ष 1 ऑर्केस्ट्रा 26 मिनट पर होगा।

इसका पर्वकाल 3 घंटे 29 मिनट का होगा। यह ग्रहण भारत में दृष्य व मान्य होगा। साथ ही यह ग्रहण भारत के अलावा आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूरोप, एरिया, आफ्रीका में भी दिखाई देगा। अगला चंद्र ग्रहण 3 मार्च 2026 को होगा। शेष सूर्य 2 ग्रहण भारत में अदृश्य व असमान होंगे।