जिले में आज छोटे बड़े लगभग 100 से ज्यादा पोल्ट्रीफार्म है और लगभग सभी पोल्ट्री किसान बैंक से करोड़ों रूपये का लोन लेकर व्यवसाय कर रहे है। पोल्ट्री फार्मिंग से लगभग सैकडों परिवारों को सहज रूप से रोजगार मिल रहा है। लेकिन इस तरह के अफवाह के कारण पोल्ट्री किसानों को हर रोज लाखों रूपये का नुकसान हो रहा है।
जबकि केन्द्र और राज्य सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना वायरस का चिकन(ब्रायलर मुगा) से कोई लेना देना नही है। मांग की कि पोल्ट्री व्यवसाय को बचाने एवं सैकड़ों लोगों के रोजगार को बचाने के लिए शासन स्तर पर गांवों के कोटवारों के माध्यम से गांवों में मुनादी करवाने एवं सोशल मीडिया में इस तरह के अफवाह कुछ लोगों के द्वारा फैलाया जा रहा है उन पर भी सख्त कार्यवाही करने की मांग की।