
CG Electricity News: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में जल संरक्षण के माडल ग्राम परसतराई में इन दिनों दलहन-तिलहन फसल की सिंचाई पानी के लिए किसान हलाकान है। विद्युत कटौती के चलते सिंचाई बोर पंप नहीं चल पा रहे हैं। इससे उनके खेतों में तैयार हो रही तीसरी फसल उड़द-मूंग पर खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में किसानों ने विद्युत विभाग से विद्युत कटौती नहीं करने की मांग की है।
जिला मुख्यालय धमतरी से लगे जल संरक्षण के लिए माडल ग्राम पंचायत परसतराई के किसान इन दिनों विद्युत कटौती से हलाकान है। उनके खेतों में तैयार हो रही उड़द.मूंग फसल पर खतरा मंडराने लगा है। पूर्व सरपंच व किसान परमानंद अडिल समेत अन्य किसानों ने बताया है कि जल संरक्षण के लिए यहां के किसानों ने रबी सीजन में अपने खेतों में धान फसल लेना पूरी तरह से बंद कर दिया है। किसान रबी में दलहन तिलहन फसल ले रहे हैं। उनके खेतों में चना व गेहूं फसल की कटाई.मिंजाई पूरी हो गई है।
अब खेतों में तीसरी फसल के रूप में इन दिनों कई किसानों ने अपने खेतों में उड़द-मूंग लगाए है। खेतों में तैयार हो रहे हैं, जिसे सिंचाई पानी की जरूरत है, लेकिन क्षेत्र में लगातार हो रही है विद्युत कटौती से किसान परेशान है। उनके खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। किसान परमानदं अडिल ने बताया कि मूंग-उड़द फसल की बुआई कार्य मार्च महीने तक हो जाना था, लेकिन बिजली विभाग द्वारा मनमाने बिजली कटौती करने से छोटे-छोटे खेत की सिंचाई में 4 से 5 दिन तक का समय लग रहा है।
आमदी सब स्टेशन द्वारा बेतरतीब बिजली कटौती के कारण किसानों में नाराजगी है। फसल की बुआई तक पर्याप्त बिजली की सप्लाई होना जरूरी है, इससे खेतों की सिंचाई समय पर हो सके। चना फसल में एक बार सिंचाई होने के कारण खेत में चार महीने से पानी नहीं डालने की वजह से खेत में बड़े-बड़े दरार पड़ चुके हैं।
अभी पहली सिंचाई में लगातार बिजली की सप्लाई जरूरी है। जिससे कृषि मोटर पंप से सिंचाई समय पर की जा सके। बिजली विभाग की बिजली कटौती से किसान परेशान हैं। मूंग-उड़द फसल की बुआई कार्य समय में नहीं होने से किसान चिंतित हैं।
Published on:
03 Apr 2025 01:26 pm
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