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OMG! शादी के 1 साल बाद क्यों टूट रहे लोगों के रिश्ते, ऐसी चीजें बढ़ा रही दूरियां…अब तक इतने मामले आए सामने

Dhamtari News: पारिवारिक रिश्तों में खटास तो आम बात है। समय बदलने के साथ लोगों में धैर्यता भी कम होने लगी है। घरेलू झगड़े के मामले बढ़ते जा रहे। हर साल धमतरी जिले में ही 200 से अधिक केस परिवार परामर्श केन्द्र पहुंच रहा है।

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Chhattisgarh News: पारिवारिक रिश्तों में खटास तो आम बात है। समय बदलने के साथ लोगों में धैर्यता भी कम होने लगी है। घरेलू झगड़े के मामले बढ़ते जा रहे। हर साल धमतरी जिले में ही 200 से अधिक केस परिवार परामर्श केन्द्र पहुंच रहा है। काउंसिलिंग से कुछ रिश्तें सुलझ भी रहे, लेकिन अनेक टूट-बिखर जा रहे।

नवयुगल शादी के साथ ही 7 जन्मों तक साथ देने का वादा कर 7 फेरे ले रहे, लेकिन पहली सालगिरह मनाने के पहले ही कई रिश्ते टूट जा रहे। काउंसलर इसके पीछे का कारण युवाओं में धैर्यता कम होना और सभ्यता भूलना बता रहे। सबसे ज्यादा केस 23 से 28 साल तक के नवयुगलों का आ रहा है। शिकायतकर्ताओं में ज्यादातर महिलाएं ही होती है। 2021 से फरवरी 2024 तक धमतरी के परिवार परामर्श केन्द्र में कुल 614 प्रकरण पहुंचे। इनमें से 313 का काउंसिलिंग कर रिश्तों को वापस जोड़ लिया गया।

वहीं 276 केस समझौता नहीं होने पर न्यायालय भेजना पड़ा। 7 मामलों में एफआईआर भी हुई है। रिश्ते टूटने के सबसे ज्यादा केस प्रेम विवाह के ही आ रहे हैं। शादी के कुछ ही साल में तलाक की लड़ाई शुरू हो जा रही है। 20 से 30 फीसदी केस ही सास-बहु झगड़े के आ रहे। सास-बहु झगड़े के मामले पहले से कुछ कम हुए हैं।

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मनोवैज्ञानिक गजानंद साहू ने कहा कि गलतियां ढूंढना छोड़ रिश्ते जोड़ने के लिए एक-दूसरे की भावनाओं को समझना ज्यादा जरूरी है। वर्तमान में लोग बिना सोच-विचार किए बड़ा निर्णय ले रहे। छोटी बातों पर बेवजह विवाद कर रहे। इसी के चलते परिवारों में खिटपिट बढ़ी है। भारतीय संस्कृति, संस्कार को यदि सभी युवा अपने जीवन में उतारे तो परिवार बिखरने से बच सकते हैं। आज के युवा पाश्चात्य संस्कृति को कुछ ज्यादा ही महत्व दे रहे हैं। पति-पत्नी दोनों को ही परिवार को महत्व देना चाहिए।

संस्कार की कमी से बढ़ रहे घरेलू हिंसा

परिवार परामर्श केन्द्र की काउंसलर व समाजसेवी कामिनी कौशिक, उषा गुप्ता ने बताया आधुनिक चकाचौंध और दिखावे के लिए लोग अब भारतीय संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। पति-पत्नी और परिवार के आपसी समन्वय नहीं होने से परिवार बिखर रहा है। इसका मुख्य कारण संस्कार का न होना है। उनका कहना है कि भले ही हम कितने भी मॉडर्न हो जाए, लेकिन अपनी संस्कृतिक और संस्कार से जुड़े रहेंगे, तो परिवार बिखरने की नौबत नहीं आएगी।

रिश्तों पर भारी पड़ रहा शक, मोबाइल

घरेलू झगड़े, पति-पत्नी झगड़ाें के ज्यादातर मामलों में मोबाइल, शराब, शक, सास-बहु विवाद व अन्य कारण बन रहे। कहीं गलतफहमी की बात सामने आ रही, तो कहीं झूठ के कारण रिश्ते टूट रहे।

परिवार में कलह और पति-पत्नी के बीच आपसी सामंजस्य नहीं बनने की शिकायतें मिल रही है। परिवार परामर्श केन्द्र में इस तरह के मामलों को लगातार जोड़ने का प्रयास किया जाता है। अनेक मामले समझाइश से सुलझ भी रहे हैं। काउंसलरों के माध्यम से परिवार के बीच आपसी सुलह कराया जा रहा है। रागिनी तिवारी, डीएसपी

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