भोपाल। जब कोई नेता सरकार में मंत्री होता है तो पूरा महकमा उसकी आवभगत में लगा होता है, उसका रुतबा और रसूख के आगे कोई नहीं टिक पाता। प्रशासन भी नहीं। लेकिन, मंत्री पद गंवा देने के बाद जब प्रशासन नियम पर चलने की सलाह दे तो गुस्सा आना लाजिमी है।
धार जिले में चल रहे नगरीय निकाय चुनाव के मतदान के दौरान जब मनावर विधायक अपने कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा कर रही थी, उसी समय पुलिस कर्मियों ने पार्टी के एजेंट को अपने टेबल से झंडी निकालने को कहा। इस पर विधायक और पुलिस के अधिकारी में बहस हो गई। यह बहस इतनी बढी की विधायक रंजना बघेल ने उसे धमकी दी कि तेरी पुलिसगिरी निकाल दूंगी। फिर अपने कार्यकर्ता से यह बोलकर निकल गईं कि वापस लगा लो पार्टी की झंडी।