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सिविल अस्पतालों पर करोड़ों खर्च, निर्माण की गति धीमी होने से पूर्ण होने में लग रहा समय

जिले में कुक्षी, मनावर, सरदारपुर, बदनावर और पीथमपुर में 50-50 बेड के अस्पताल स्वीकृत, चार स्थानों पर चल रहा काम

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धार

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Hemant Jat

Feb 17, 2024

civil hospitals News in dhar

मनावर में तैयार हो रहा सिविल हॉस्पिटल

धार.
आदिवासी बाहुल्य धार जिले में शुरु से ही लचर स्वास्थ्य सुविधा हमेशा ही चिंता का सबब रही है। इस कारण मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा था। इन्हीं समस्याओं के निजात दिलाने के लिए शासन स्तर से सिविल अस्पताल स्वीकृत हुए। लेकिन इनके निर्माण की गति धीमी होने से पूर्ण होने में अतिरिक्त समय लग रहा है। जबकि भवनों को काम एक साल में ही पूरा हो जाना था।
जानकारी के अनुसार जिले में मनावर, सरदारपुर, कुक्षी, बदनावर और पीथमपुर मेंं 50 बेड के सिविल अस्पताल स्वीकृत हुए थे। इनमें पीथमपुर को छोडक़र बाकी जगह काम चल रहा है। अधिकारियों का दावा है कि कुक्षी तहसील के अंतर्गत बन रहे अस्पताल का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। पड़ताल में सामने आया है कि यह अभी अधूरा है। इसी कैंपस में बच्चों के लिए पीआईसीयू तैयार हो रहा है। जिससे मरीजों को बेहतर उपचार मिल सकेगा। अफसरों का कहना है कि नवीन शासकीय अस्पतालों में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधा सहित संसाधन और पर्याप्त डॉक्टरों की उपलब्धता रहेगी। जबकि जिले के अधिकांश स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी खल रही है।

हेल्थ सेंटर पर होगी सभी जांच की सुविधा

जिले के सभी 13 ब्लॉक मुख्यालयों पर 50-50 लाख की लागत से पब्लिक हेल्थ सेंटर का काम चल रहा है। जिनके तैयार होने के बाद मरीजों की समस्या जांच की सुविधा एक ही छत के नीचे मिलना शुुरु होगी। सरदारपुर, पीथमपुर और कुक्षी में यह सेंटर तैयार हो चुके हैं।

कुक्षी में सिविल हॉस्पिटल के साथ पीआईसीयू

डीपीएम वीरेंद्र ने बताया कि कुक्षी में सिविल अस्पताल के साथ बच्चों के लिए पीआईसीयू बन रहा है। दरअसल, यह क्षेत्र अभी तक चिकित्सा सुविधा से अछूता था। धार से कुक्षी की दूरी अधिक होने से मरीजों को रेफर करने पर लंबी दौड़ लगना पड़ती है। नजदीक में बड़वानी होने से मजबूरीवश मरीज वहां भेजे जाते हैं। लेकिन अब 50 बेड अस्पताल सहित पीआईसीयू की सुविधा कुक्षी में मिलेगी।

यहां स्वीकृत हुए 50 बेड अस्पताल

मनावर 9.61
कुक्षी 6.96
सरदारपुर 10.0
बदनावर 8.67
पीथमपुर 11.34

डॉक्टरों व संसाधनों की कमी

स्वास्थ्य की दृष्टि से अस्पताल भवन तैयार हो रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य केंद्रों पर पहले से डॉक्टरों की भारी कमी है। जिले की कुल आबादी 27 लाख की तुलना में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी खल रही है। अभी धार जिला अस्ताल को छोडक़र अन्य सेंटरों पर डॉक्टर कम है।

स्टॉफ नियुक्ति होगी

पांच स्थानों पर सिविल अस्पताल का उन्नयन हो रहा है। यहां तैयार होने पर मरीजों को इलाज की सुविधा मिलेगी। स्टॉफ की नियुक्ति भी होगी।

डॉ, एसएन गेहलोत, सीएमएचओ धार