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देश विदेश में बड़ी डिमांड
किसान विनोद चौहान ने अपनी 20 बीघा ज़मीन में काला गेहूं बोया था। जब फसल आई तो विनोद चौहान के लिए खुशी का ठिकाना नहीं रहा, क्योंकि अब उनके पास इस दुर्लभ काले गेहूं को खरीदने वालों की डिमांड भारत के करीब 12 राज्यों के साथ साथ विदेशों में भी बढ़ रही है।
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फायदेमंद होने के कारण काफी डिमांड
विनोद चौहान के मुताबिक, काले गेहूं की ओर रुझान की भी एक दिलचस्प कहानी है। वो परंपरागत खेती से हटकर कुछ करने का मन बना चुके थे। तभी उन्होंने विभिन्न माध्यम जैसे यू-ट्यूब पर पड़ताल की। तभी उन्हें काले गेहूं के बार में पता चला। उसके बाद कृषि वैज्ञानिकों से सम्पर्क कर मन में ठाना कि उन्हें कुछ हटकर करना है। इसीलिए उन्होंने अपने खेत पर काला गेहूं लगाया और आज इसका नतीजा सभी के सामने है। इसका भाव तो सामान्य गेहूं से दोगुना है ही। साथ ही, इसके फायदों के चलते इसकी डिमांड भी ज्यादा है।
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डायबिटीज में बेहद फायदेमंद है काला गेहूं
काले गेहूं की फसल को लेकर कृषि विभाग के अधिकारी भी इसे अच्छा संकेत मान रहे हैं। उपसंचालक आर.एल जामरे कहते हैं कि, ये गेहूं सेहत के लिए फायदेमंद होता है। खासतौर पर डायबिटीज वाले लोगों को ये गेहूं खाने की सलाह दी जाती है। हालांकि काले गेहूं की प्रकिया अभी कृषि विभाग में नहीं शुरू हुई है, लेकिन किसानों ने इस क्षेत्र में हरियाणा से लाकर यह गेहूं लगाना शुरु कर दिया है। प्रदेश में इसकी पैदावार भी अच्छी हो रही है और इसके रिजल्ट देखते हुए जल्द ही कृषि विभाग भी काले गेहूं की पैदावार के लेकर प्रदेश में रुझान बनाने लगा है।