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लक्ष्य सर्टिफिकेशन को लेकर टीम ने किया मैटरनिटी वार्ड का सर्वे

- दो दिन धार में रहेगी टीम, पहले दिन हुआ 6 घंटे सर्वे- मैटरनिटी वार्ड की हर बिंदु पर हुई जांच, स्टॉफ का लाइव टेस्ट लिया

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धार

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Amit Mandloi

Sep 26, 2022

लक्ष्य सर्टिफिकेशन को लेकर टीम ने किया मैटरनिटी वार्ड का सर्वे

लक्ष्य सर्टिफिकेशन को लेकर टीम ने किया मैटरनिटी वार्ड का सर्वे


पत्रिका ऑन द स्पॉट
धार. जिला अस्पताल में लक्ष्य कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय सर्वे की शुरूआत सोमवार से हो गई है। पहले दिन मैटरनिटी वार्डों के हर वार्डों को डॉक्टरों की टीम ने जांचा है। साथ ही प्रसूताओं से भी इलाज का फीडबैक लिया है। पहले दिन 6 घंटे टीम ने विभिन्न वार्डों का सर्वे कर कई बिंदुओं पर बेहतर स्थिति मिलने पर संतोष जताया है। हालांकि कुछ बिंदु पर जहां संसाधन और व्यवस्था की कमी देखने को मिली है, उसे सुधारने के लिए भी कहा गया है। अब दूसरे दिन का सर्वे मंगलवार को होना है।
जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में मैटरनिटी वार्ड का लक्ष्य कार्यक्रम के तहत सर्वे किया गया।

सर्वे करने के लिए डॉ. भावना गुलाटी और डॉ. चमझाई न्यूमै धार पहुंचे थे। सुबह १० बजे से सर्वे की शुरूआत हुई जो शाम ४ बजे तक चलता रहा। इस 6 घंटे के सर्वे में लक्ष्य के लिए जरूरी मापदंडों के आधार पर सर्वे हुआ है। टीम ने बारीकी से हर पहलू को देखा। ताकि प्रसूताओं को दी जाने वाली सेवाओं की हकीकत सामने आ सके। लेकिन इस दौरान काफी सारी व्यवस्थाएं बेहतर मिली है। सीएमएचओ डॉ. शिरीष रघुवंशी, सीएस डॉ. एमएल मालवीय, नोडल अधिकारी डॉ. एस निगम, आरएमओ डॉ. संजय जोशी, स्टूयर्ड दिनेश जायसवाल, मैट्रन विजया दुबे आदि सर्वे के दौरान जिला अस्पताल में मौजूद थे।

फोर्थक्लॉस स्टॉफ से लगवाया पौछा

लैबर रूम में निरीक्षण के दौरान डॉ. न्यूमै ने स्टॉफ से जानकारी ली। साथ ही प्रसूताओं के किए जाने वाले व्यवहार, काम और संसाधानों के बारे में हर बिंदुओं पर सवाल किए। निरीक्षण के दौरान लैबर रूम में फोर्थक्लॉस स्टॉफ से डॉ. न्यूमै ने पौछा लगवाकर देखा। ताकि सफाई के मानकों की हकीकत सामने आ सके। हालांकि इस दौरान फोर्थक्लॉस स्टॉफ के काम वे संतुष्ट दिखी।

वेटिलेशन बढ़ाने के सुझाव

ऑपरेशन थियेटर के निरीक्षण में वेटिलेशन बढ़ाने के लिए कहा। वेटिलेशन कम होने से घुटन जैसा महसूस होता है। ओटी में वेटिलेशन बढ़ाने का सुझाव दिया है। साथ ही रिकार्ड रूम का भी निरीक्षण कर व्यवस्था देखी। वहीं प्रसूताओं से भी बात कर फीडबैक लिया है। गत वर्ष जिला अस्पताल की लक्ष्य कार्यक्रम में बेहतर रैंक लगी थी। इस कारण अस्पताल को लक्ष्य कार्यक्रम के तहत नेशनल स्तर का सर्टिफिकेट प्राप्त हो चुका है।