पं. बंशीधर ज्योतिष पंचांग के निर्माता पं. दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि दीपोत्सव का आगाज १७ अक्टूबर, मंगलवार को धनतेरस से होगा। इस दिन दोपहर १२.३५ बजे सूर्य तुला में प्रवेश कर रहा है। वहीं चंद्रमा भी पांच दिन कन्या व तुला राशि में रहेगा। सूर्य व चंद्रमा के प्रभावहीन होने से इन दिनों में अग्नितत्व विशेष प्रभावी रहेगा। शास्त्रों में दीपोत्सव में अग्नितत्व की प्रधानता मानी गई है, ऐसे में इस दौरान अग्नितत्व का प्रभाव अच्छा संयोग है।
धनतेरस : भगवान धन्वंतरि की जयंती के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन बहीखाते, आभूषण, बर्तन आदि खरीदारी का विशेष महत्व रहेगा। रूप चतुर्दशी : रूप चतुर्दशी या छोटी दीपावली सर्वार्थसिद्धी योग में मनाई जाएगी, जो कि सुबह ६.३८ बजे से शुरू होगा और दिनभर चलेगा।
चौघडिय़ा समय
लाभ व अमृत – सुबह ७.५५ से १०.४७ बजे तक
शुभ – दोपहर १२.१३ से १.४९ बजे तक
चर – शाम ४.३१ से ५.५७ बजे तक
लाभ – रात्रि ९.०५ से १०.३८ बजे तक
मेष – इलेक्ट्रॉनिक सामान, सोना, कपड़े
वृष – प्रॉपर्टी, वाहन, ज्वैलरी
मिथुन – चांदी के सिक्के, इलेक्ट्रॉनिक सामान
कर्क – स्वर्णाभूषण, प्रॉपर्टी, वाहन
सिंह – कपड़े, घरेलू सामान
कन्या – फ्लैट, ज्वैलरी, वाहन
तुला – नया व्यापार, कम्प्यूटर-लैपटॉप, वाहन
वृश्चिक – भूमि, चांदी के सिक्के, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक सामान
धनु – कपड़े, फर्नीचर, घरेलू सामान
मकर – सोफा, इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन, प्रॉपर्टी
कुंभ – वस्त्र, यात्रा बुकिंग, स्वर्णाभूषण
मीन – धार्मिक ग्रंथ, स्वर्ण, जमीन, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक सामान