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sawan tuesday- माता मंगला गौरी को प्रसन्न करने के सबसे सरल उपाय

- सावन का ही मंगलवार माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए विशेष

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Deepesh Tiwari

Jul 17, 2023

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भगवान शिव के प्रिय सावन माह में आने वाले हर मंगलवार को माता मंगला गौरी का दिन माना जाता है। माता मंगला गौरी मां पार्वती का ही एक रूप हैं। जैसे भगवान शिव की पूजा माता पार्वती की पूजा के बिना पूर्ण नहीं मानी जाती उसी प्रकार सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा के साथ ही माता पार्वती की पूजा की पूजा का भी विशेष महत्व है। इसी के चलते जहां सावन का सोमवार भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए खास माना गया है तो वहीं सावन का ही मंगलवार माता पार्वती -जिनका एक रूप मंगला गौरी भी है-को प्रसन्न करने के लिए विशेष माना जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन माता मंगलागौरी का व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आने के साथ ही आ रही अड़चने भी हट जाती हैं।

इस साल सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत 18 जुलाई 2023 को रखा जाएगा। जानकारों के अनुसार इस साल सावन में अधिकमास लगने के कारण सावन दो महीने का होगा और जिसके चलते सावन कें 9 मंगलवार माने जाएंगे। इस तरह से इस साल सावन मास के 4 और अधिकमास के 5 मंगला गौरी व्रत होंगे।

मंगला गौरी को प्रसन्न करने के आसान उपाय
1. वैवाहिक जीवन में समस्या का सामना कर रहे लोगों को इस दिन मंगला गौरी व्रत करते हुउ पति और पत्नी को साथ में पूजा करनी चाहिए।

2. मंगला गौरी व्रत के संबंध में माना जाता है कि इस दिन अखंड सौभाग्य और खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए माता मंगला गौरी को लाल चुनरी और 16 श्रृंगार का सामान अर्पित करने से मां मंगला गौरी के आशीर्वाद प्राप्त होने के साथ ही व्यक्ति की मनोकामना भी पूर्ण होती है।

3. कुंडली में मंगल दोष की स्थिति होने पर माता मंगला गौरी व्रत के दिन अपने भाइयों को मिठाइ खिलानी चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से ग्रह दोष दूर होने के साथ ही मंगल ग्रह भी शुभ फल प्रदान करने लगता है।

4. मंगला गौरी व्रत के दिन ओम गौरीशंकराय नमरू मंत्र का जाप करने से मां मंगला गौरी प्रसन्न होने के साथ ही भक्त की मनोकामनाओं को भी पूर्ण करती हैं।

इसके अलावा मंगल ग्रह के दोष से पीडित जातक को मंगला गौरी व्रत के दिन एक लाल कपड़ा लेने के पश्चात उसमें सौंफ बांधकर उसे अपने बेडरूम में रखना चाहिए, माना जाता है कि इस उपाय से मंगल दोष शांत हो जाता है।

माता पार्वती के मंत्र-
ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नम:
ऊँ पार्वत्यै नम:
ऊँ साम्ब शिवाय नम:
ऊँ गौरये नम:

स्वयंवर पार्वती मंत्र-
ऊँ ह्रीं योगिनी योगिनी योगेश्वरी योग भयंकरी सकल
स्थावर जंगमस्य मुख हृदयं मम वशं आकर्षय आकर्षय नमरू॥

विवाह के लिएु मंत्र-
ऊँ नमरू मनोभिलाषितं वरं देहि वरं ह्रीं ऊँ गोरा पार्वती देव्यै नमरू
माता च पार्वती देवी पिता देवो महेश्वररू
बान्धवारू शिवभक्ताश्च, स्वदेशो भुवनत्रयम ॥

सुख-शांति के लिए मंत्र-
श्मुनि अनुशासन गनपति हि पूजेहु शंभु भवानि।
कोउ सुनि संशय करै जनि सुर अनादि जिय जानिश्।

प्रेम विवाह के लिए मंत्र-
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।

सफलता प्राप्ति के लिए मंत्र-
ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।