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इस बार चैत्र मास की पूर्णिमा सोमवार (26 अप्रैल 2021) को दोपहर 12.44 बजे आरंभ होगी तथा मंगलवार (27 अप्रैल 2021) को सुबह 9 बजकर एक मिनट पर पूर्ण होगी। भारतीय शास्त्रों में उगते सूर्य को प्राथमिकता दी जाती है। इसलिए हनुमान जयंती 27 जनवरी को मनाई जाएगी। पूजा के लिए सुबह 9 बजे तक समय सर्वश्रेष्ठ है। इसके बाद कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा आरंभ हो जाएगी। यह भी पढें: हनुमानजी का ये छोटा सा उपाय बदल देगा जिंदगी, इन समस्याओं का है रामबाण उपाय यह भी पढें: इसलिए चढ़ाई जाती हैं मंदिरों में बलि, आज भी नारियल और नींबू की बलि चढ़ती है
कैसे करें बजरंग बली की पूजा
रामदूत को प्रसन्न करने के लिए सुबह जल्दी ही स्नान आदि से निवृत्त होकर हनुमान मंदिर में जाएं। वहां हनुमानजी को चमेली के तेल या घी में सिंदूर मिला कर चोला चढ़ाएं। उन्हें फूल, माला, दीपक, धूप, प्रसाद आदि समर्पित करें। इसके बाद वहीं बैठकर सुन्दरकांड का पाठ करें। ध्यान दें कि हनुमान जी की पूजा करते समय भगवान राम तथा सीताजी की पूजा अवश्य करें। उनकी पूजा से ही बजरंग बली को अधिक प्रसन्नता मिलेगी।
रामदूत को प्रसन्न करने के लिए सुबह जल्दी ही स्नान आदि से निवृत्त होकर हनुमान मंदिर में जाएं। वहां हनुमानजी को चमेली के तेल या घी में सिंदूर मिला कर चोला चढ़ाएं। उन्हें फूल, माला, दीपक, धूप, प्रसाद आदि समर्पित करें। इसके बाद वहीं बैठकर सुन्दरकांड का पाठ करें। ध्यान दें कि हनुमान जी की पूजा करते समय भगवान राम तथा सीताजी की पूजा अवश्य करें। उनकी पूजा से ही बजरंग बली को अधिक प्रसन्नता मिलेगी।
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