26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हनुमान जी पूजा में भूलकर भी नहीं करें ये गलती, कृपा नहीं दण्ड मिल सकता है

पूजा में जरा सी गलती से हो सकती है परेशानी

2 min read
Google source verification

भोपाल

image

Shyam Kishor

Jan 28, 2019

Hanuman ji Pooja

हनुमान जी पूजा में भूलकर भी नहीं करें ये गलती, कृपा नहीं दण्ड मिल सकता है

हनुमान इस कलयुग में एक ऐसे जाग्रत देवता हैं जो जल्दी ही प्रसन्न होकर अपने भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं, कुछ लोग प्रतिदन तो कुछ मंगलवार और शनिवार के दिन पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान जी की पूजा उपासना करते हैं । लेकिन हनुमान जी की पूजा के कुछ नियम बनायें गये है, अगर इनका पालन नहीं किया जाता तो गलती के कारण कृपा के स्थान पर दण्ड भी मिल सकता है । हनुमान जी हमेशा सब कि सेवा सहायता में तत्पर रहते हैं इसलिए तो शनिदेव ने हनुमान जी से प्रसन्न होकर वरदान दिया था कि जो कोई भी उनका पूजा आराधना करते रहेगा, उन्हें शनि से संबंधित दोष कभी नहीं लगेगा । जाने हनुमान जी की पूजा में किन किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए ।

ऐसी मान्यता है कि नियम पूर्वक विधिवत पूजा उपासना करने से हनुमान जी की कृपा अति शीघ्र होने लगती हैं ।

हनुमान जी की पूजा करते समय इन सावधानियों का ध्यान अवश्य रखे ।


1- श्री हनुमान जी का पूरा जीवन भगवान श्री राम की भक्ति और सेवा के लिए समर्पित था, और आजीवन हनुमान जी ने ब्रह्मचर्य का पालन किया । जो कोई भी जीवन में श्री हनुमत महाप्रभु का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें ब्रह्मचर्य का पालन अवश्य करना चाहिए, विवाहित भी जो हनुमान जी की पूजा करते हैं उन्हें पूजा वाले दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए ।

2- हनुमान जी की पूजा उपासना में पवित्रता व साफ़-सफाई का विशेष महत्तव माना जाता, बिना स्नान किये पूजा पर नहीं बैठना चाहिए, अपने पूजा स्थल को साफ़ रखे, स्वस्थ व साफ़ कपड़े पहनकर ही पूजा करें ।

3- अगर कोई व्यक्ति मांसाहार करता है उन्हें भूलकर भी हनुमान जी की पूजा नहीं करना चाहिए, ऐसे व्यक्ति पर श्री हनुमान क्रोधित हो उन्हें दण्डित करते है, हनुमान जी के उपासक को शाकाहारी जीवन ही जीना चाहिए ।

4- घर में परिवार में किसी की मृत्यु या जन्म होने पर सूतक रहता हैं इसलिए जब तक सूतक होता है तब तक हनुमान जी या किसी अन्य देवताओं की भी पूजा करना या मंदिर में जाना वर्जित होता है, इसलिए इन दिनों में स्थूल पूजा करने से बचे एवं मानसिक रूप से जप कर सकते हैं ।

5- स्त्रियों को हनुमान जी को सीधे वस्त्र व चोला अर्पित नहीं करना चाहिए, यदि ऐसा करना चाहती है तो वह अपने पुत्र या पति के माध्यम से यह कार्य कर सकती है, नहीं तो हनुमान जी के कोप का सामना करना पड़ सकता है । विशेष रूप से माहवारी के दिनों में स्त्रियों को हनुमान जी ही नहीं अन्य किसी भी प्रकार की पूजा नहीं करनी चाहिये ।