
जया एकादशी पूजा मंत्र
Jaya Ekadashi 2025 Mantra: हिंदू धर्म में एकदाशी तिथि बहुत महत्वपूर्ण है। यह जगत के पालनहार भगवान विष्णुको समर्पित है। एकादशी तिथि हर महीनें कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में दो बार पड़ती है। इस शुभ दिन पर विधिपूर्वक श्रीहरि की पूजा करना पुण्यफल प्रदान करता है।
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥
ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने ।
प्रणत क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नमः।
ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:
अमृतकलश हस्ताय सर्वभय विनाशाय सर्वरोगनिवारणाय
त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप
श्री धनवंतरी स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः॥
ॐ नमो भगवते धन्वन्तरये अमृत कलश हस्ताय सर्व आमय
विनाशनाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णवे नमः ||
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो , मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि ।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि ।
दन्ता भये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृता ब्जया लिंगितमब्धि पुत्रया,
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
ॐ अं वासुदेवाय नम:।।
ॐ आं संकर्षणाय नम:।।
ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:।।
ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:।।
ॐ नारायणाय नम:।।
ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।।
हिंदू पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि 7 फरवरी शुक्रवार को रात 9 बजकर 27 मिनट पर शुरू होगी। वहीं अगले दिन 8 फरवरी शनिवार को इसका समापन 8 बजकर 15 मिनट पर होगा। इसलिए 8 फरवरी को जया एकदशी व्रत रखा जाएगा। व्रत का पारण अगले दिन 9 फरवरी 2025 को सुबह किया जाएगा।
एकादशी के शुभ दिन पर ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पवित्र स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प करें। पीले वस्त्र धारण करें और श्रीहरि विष्णु को पुष्प, तुलसी दल, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें। जया एकादशी की कथा सुनने से व्रत का फल पूर्ण होता है। रात्रि जागरण और भजन-कीर्तन करें।
इस दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु की कृपा से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। व्रती को स्वर्गलोक की प्राप्ति होती है और सभी संकट दूर हो जाते हैं।
जया एकादशी व्रत हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की भक्ति और मंत्र जाप से भक्तों को मनोवांछित फल प्राप्त होता है। श्रद्धा और भक्ति के साथ व्रत करने से न केवल सांसारिक सुख-संपदा प्राप्त होती है, बल्कि आध्यात्मिक उत्थान भी होता है।
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Updated on:
05 Feb 2025 11:22 am
Published on:
05 Feb 2025 11:20 am
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