निर्जला एकादशी व्रत (Nirjala Ekadashi Upay) कल 31 मई बुधवार को है। इसे भीमसेनी एकादशी और पांडव एकादशी भी कहते हैं। पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि 30 मई मंगलवार को देर रात 01.07 बजे से शुरू होकर 31 मई बुधवार रात 01.45 बजे संपन्न होगी। उदयातिथि में यह व्रत 31 मई को रखा जाएगा, इस दिन निर्जला एकादशी के अचूक उपाय से भगवान विष्णु की कृपा पाई जा सकती है और आपकी किस्मत चमकाने के साथ समस्याओं से छुटकारा दिला सकते हैं।
इस उपाय से पितृ और चंद्रदोष होंगे दूर
निर्जला एकादशी व्रत के दिन गौदान का बड़ा महत्व माना जाता है, लेकिन जो लोग इस गौ दान नहीं कर पाते। उन भक्तों के लिए धार्मिक ग्रंथों में लोगों को जलपान कराने का उपाय बताया गया है। वैसे भी इस महीने भीषण गर्मी पड़ती है, इससे प्याऊ लगाना, लोगों को पानी पिलाना बहुत पुण्य काम माना जाता है। वहीं इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और दान-पुण्य के बाद समाज सेवा करने का विधान है। मान्यता है कि इससे पितृदोष और चंद्रदोष दोनों दूर होता है।
कर्ज से मुक्ति के लिए एकादशी उपाय
कोई साधन संपन्न नहीं है या किसी कारण से निर्जला एकादशी को दान पुण्य करने में सक्षम नहीं है तो ऐसे लोगों के लिए भी धर्म ग्रंथों में उपाय बताए गए हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार यदि आप कर्ज से परेशान हैं तो निर्जला एकादशी के दिन पीपल के पेड़ को जल अर्पित करें और उसकी विधिवत पूजा करें। ऐसा करने से कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
दान पुण्य करना शुभफलदायक
निर्जला एकादशी के दिन अन्न, वस्त्र, जल, जूता, छाता, फल आदि का दान करने का विधान है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जो व्यक्ति यह नहीं कर सकता हैं उसे कम से कम निर्जला एकादशी के दिन कलश में जल भरकर सफेद वस्त्र से ढंककर चीनी और दक्षिणा के साथ किसी ब्राह्मण को दान कर देना चाहिए। इससे साल भर पड़ने वाली सभी एकादशियों का फल प्राप्त हो जाता है।
परिवार की कठिनाई होगी दूर
निर्जला एकादशी के दिन भोग के लिए पंजीरी (प्रसाद) बना रहे हैं तो इसमें तुलसी का पत्ता जरूर डालना चाहिए। मान्यता है कि इस विधि से भगवान विष्णु को भोग लगाने से वे सभी संकट दूर कर देते हैं।
परिवार की खुशहाली का उपाय
पारिवारिक खुशहाली के लिए निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु को चंदन का तिलक लगाएं और ऊं अः अनिरुद्धाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें।
साथी से रिश्ता मजबूत करने के लिए
जीवन साथी से रिश्ता मजबूत करने के लिए निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा कर 11 बार श्रीविष्णु गायत्री मंत्र ऊं नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात् का जाप करें। इसके अलावा इस दिन पूजा आदि के बाद ऊं आं संकर्षणाय नम: मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।
करियर में उन्नति, व्यापार में बढ़ोतरी के लिए
करियर में उन्नति के लिए निर्जली एकादशी के दिन स्नान के बाद पीले रंग का वस्त्र पहनें या दिनभर पीला रूमाल पास रखें, प्रमोशन आदि के लिए इस दिन भगवान विष्णु को मक्खन, मिश्री का भोग लगाएं और श्री विष्णु की मूर्ति के सामने बैठकर 108 बार श्री हरि, श्री हरि का जाप करें। वहीं व्यापार में बढ़ोतरी के लिए इस दिन ब्राह्णण को भोजन कराएं दक्षिणा दें, आशीर्वाद लें।
बच्चे को रास्ते पर लाने के लिए
यदि आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है तो निर्जला एकादशी के दिन थोड़े से चावल लेकर भगवान विष्णु के माथे पर लगाएं फिर ऊं नमो भगवते नारायणाय मंत्र बोलते हुए वही अक्षत अपने बच्चे के माथे पर लगा दें।
किसी को आकर्षित करने के लिए
आप किसी को अपनी तरफ आकर्षित करना चाहते हैं तो निर्जला एकादशी के दिन पीले रंग के कपड़े पर चमकीला गोटा लगाकर, उस पर थोड़ी सी खुशबू लगाकर भगवान विष्णु को चढ़ाएं और भगवान के चरणों को छूकर प्रणाम करें।