शनि की महादशा के बुरे परिणाम उन लोगों को देखने को मिलते हैं, जिनकी कुंडली में शनि की स्थिति ठीक नहीं होती है। लेकिन जिन लोगों के कर्म अच्छे होते हैं और कुंडली में शनि की स्थिति ठीक होती है। उन्हें शनि की महादशा में बहुत शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
शनि 24 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं, जो कि साल का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन होगा। शनि के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। अगर शनि के दुष्प्रभावों से बचना चाहते हैं तो इस शनिवार को कुछ उपाय कर सकते हैं ताकि शनि दोष से मुक्ति मिल सके।
दरअसल, शनि के राशि बदलने से पहले 18 जनवरी को आखिरी शनिवार पड़ रहा है। शनि का बुरा प्रभाव आप पर न पड़े इसलिए इस शनिवार को कुछ उपाय जरूर करें ताकि शनि का प्रभाव आप पर कम पड़े या शुभ पड़े…
मान्यता है कि शनि देव भगवान हनुमान की उपासना से प्रसन्न होते हैं। दरअसल, शनिवार का दिन शनि देव के अलावा भगवान हनुमान का भी दिन माना जाता है। इसलिए इस दिन हनुमान जी का पूजन करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
शनिवार के दिन शनि देव का पूजन उनके इन नामों से करें- कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद व पिप्पलाद।
शनिवार के दिन सुबह उठकर स्नान-ध्यान करने के पश्चात शनि देव की पूजा करें और ऊँ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम: मंत्र की पांच माला जप करें।
शनिवार के दिन काले धागे में बिच्छू घास की जड़ अभिमंत्रित करवा कर धारण करें। माना जाता है कि ऐसा करने से शनि देव का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है।
इसके अलावा लाल चंदन की माला पहनने से कुंडली में शनि देव मजबूत होते हैं और शुभ फल देते हैं।
अगर आप पर शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही है तो भूलकर भी मांस-मदिरा का सेवन न करें।
कांसे की कटोरी में तिल का तेल लेकर शनिवार के दिन उसमें अपना चेहरा देखें और उस तेल को किसी को दान कर दें।
शनिवार के दिन काले कपड़े में काली उड़द, सवा किलो अनाज, दो लड्डू, काला कोयला और लोहे की कील रख कर किसी को दान कर दें। ऐसा करने से शनिदेव आपसे प्रसन्न रहेंगे।