29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नवरात्रिः सर्व कामना पूरी करेंगी माँ दुर्गा स्कंदमाती की यह स्तुति

स्कंदमाता की कामना पूर्ति स्तुति

2 min read
Google source verification

image

Shyam Kishor

Mar 28, 2020

नवरात्रिः सर्व कामना पूरी करेंगी माँ दुर्गा स्कंदमाती की यह स्तुति

नवरात्रिः सर्व कामना पूरी करेंगी माँ दुर्गा स्कंदमाती की यह स्तुति

29 मार्च दिन रविवार को चैत्र नवरात्रि के पांचवें दिन माँ दुर्गा के स्कंदमाता रूप की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन व्रत रखकर विधिवत पूजा करने के बाद स्कंदमाता की इस स्तुति का पाठ करने से एक साथ अनेक मनोकामना पूरी हो जाती है।

नवरात्रि में ऐसा करते ही साक्षात दर्शन देगी माँ दुर्गा, दूर होंगे सारे संकट

स्कन्दमाता को प्रसन्न करने के लिए करें इस स्त्रोत का पाठ-

नमामि स्कन्दमाता स्कन्दधारिणीम्।

समग्रतत्वसागररमपारपार गहराम्॥

शिवाप्रभा समुज्वलां स्फुच्छशागशेखराम्।

ललाटरत्नभास्करां जगत्प्रीन्तिभास्कराम्॥

महेन्द्रकश्यपार्चिता सनंतकुमाररसस्तुताम्।

सुरासुरेन्द्रवन्दिता यथार्थनिर्मलादभुताम्॥

अतर्क्यरोचिरूविजां विकार दोषवर्जिताम्।

मुमुक्षुभिर्विचिन्तता विशेषतत्वमुचिताम्॥

नवरात्रि के पांचवें दिन इस माता की होती है पूजा

नानालंकार भूषितां मृगेन्द्रवाहनाग्रजाम्।

सुशुध्दतत्वतोषणां त्रिवेन्दमारभुषताम्॥

सुधार्मिकौपकारिणी सुरेन्द्रकौरिघातिनीम्।

शुभां पुष्पमालिनी सुकर्णकल्पशाखिनीम्॥

तमोन्धकारयामिनी शिवस्वभाव कामिनीम्।

सहस्त्र्सूर्यराजिका धनज्ज्योगकारिकाम्॥

सुशुध्द काल कन्दला सुभडवृन्दमजुल्लाम्।

प्रजायिनी प्रजावति नमामि मातरं सतीम्॥

इस बार अष्टमी, नवमी तिथि पर ऐसे करें कन्या पूजन

स्वकर्मकारिणी गति हरिप्रयाच पार्वतीम्।

अनन्तशक्ति कान्तिदां यशोअर्थभुक्तिमुक्तिदाम्॥

पुनःपुनर्जगद्वितां नमाम्यहं सुरार्चिताम्।

जयेश्वरि त्रिलोचने प्रसीद देवीपाहिमाम्॥

ऐं बीजालिंका देवी पदयुग्मघरापरा।

हृदयं पातु सा देवी कार्तिकेययुता॥

श्री हीं हुं देवी पर्वस्या पातु सर्वदा।

सर्वांग में सदा पातु स्कन्धमाता पुत्रप्रदा॥

वाणंवपणमृते हुं फ्ट बीज समन्विता।

उत्तरस्या तथाग्नेव वारुणे नैॠतेअवतु॥

इन्द्राणां भैरवी चैवासितांगी च संहारिणी।

सर्वदा पातु मां देवी चान्यान्यासु हि दिक्षु वै॥

*****

स्कंदमाता की उपरोक्त स्तुति का पाठ करने के बाद इस आरती का गायन करने से प्रसन्न हो जाती है माता।

जय तेरी हो स्कन्दमाता

पांचवा नाम तुम्हारा आता

सब के मन की जानन हारी

जग जननी सब की महतारी

तेरी ज्योत जलाता रहू मै

हरदम तुम्हे ध्याता रहू मै

कई नामो से तुझे पुकारा

मुझे एक है तेरा सहारा

कही पहाड़ो पर है डेरा

कई शेहरो मै तेरा बसेरा

पैसों की चिंता हो जाएगी खत्म, इस रविवार घर पर ही कर लें ये उपाय

हर मंदिर मै तेरे नजारे

संबंधित खबरें

गुण गाये तेरे भगत प्यारे

भगति अपनी मुझे दिला दो

शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो

इन्दर आदी देवता मिल सारे

करे पुकार तुम्हारे द्वारे

दुष्ट दत्य जब चढ़ कर आये

तुम ही खंडा हाथ उठाये

दासो को सदा बचाने आई

'चमन' की आस पुजाने आई

****************