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savan ka mangalwar- माता मंगला गौरी व्रत के दिन क्या करें व क्या न करें

- मंगला गौरी व्रत के खास नियम

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Deepesh Tiwari

Jul 18, 2023

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सावन माह में आने वाले हर मंगलवार को माता मंगला गौरी व्रत का विधान है। ऐसे में इस साल 2023 में जहां अधिकमास लगने के कारण सावन 59 दिनों का रहेगा तो वहीं इसके चलते इस पूरी समयावधि में 9 मंगलवार आाएंगे। जिसके कारण इस साल सावन में 4 और अधिकमास के 5 मंगला गौरी व्रत होंगे। सावन में हर सोमवार सावन सोमवार के नाम से जाना जाता है, जिसे भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विशेष माना गया है, तो वहीं दूसरी ओर सावन के हर मंगलवार के दिन माता पार्वती के रूप मंगला गौरी का माना जाता है। ऐसे में इस दिन मंगला गौरी व्रत का विधान है। मान्यता है कि इस व्रत से माता पार्वती प्रसन्न होकर भक्तों को मनचाहा वरदान प्रदान करती हैं।

इस व्रत को करने की जहां कुछ विधान के सुनिश्चित है तो वहीं इस दिन कुछ कार्यों की विशेषमनाही भी है। मान्यता के अनुसार ये वे कार्य हैं जिन्हें करने से देवी मां कुपित हो जाती है, जबकि जो कार्य इस दिन करने चाहिए उन्हें करने से देवी मां प्रसन्न होती हैं, तो चलिए जानते हैं कि इस दिन यानि मंगला गौरी व्रत के दिन क्या करना चाहिए और क्या भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

मंगला गौरी व्रत के दिन क्या करें-
1. मंगला गौरी व्रत के दिन पूजा स्थान और घर की साफ सफाई अच्छे से करनी चाहिए।

2. इस दिन माता मंगला गौरी व्रत का विधिपूर्वक पूजन करना चाहिए।

3. यदि आप माता की सुबह और शाम में पूजन नहीं कर सकते हैं तो सुबह और संध्या की आरती अवश्य ही करें।

4. इस दिन दुर्गा चालीसा, दुर्गासप्तशती और देवीभागवत पुराण का पाठ करना चाहिए, माना जाता है कि इससे देवी मां प्रसन्न होती हैं।

5. मंगला गौरी व्रत के दिन सप्तशती का पाठ करने के संबंध में मान्यता है कि ऐसा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

6. मंगला गौरी व्रत रखने वालों को चारपाई पर सोना वर्जित होता है, ऐसे में या तो आप जमीन पर सोएं या फिर तखत पर नींद लें।

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7. मंगला गौरी व्रत रखने वाले फलाहार करते हैं, इस दौरान सात्विक भोजन के साथ ही मन, कर्म और वचन की शुद्धता भी जरूरी है।

8. जो स्वास्थ्य कारणों से व्रत नहीं रख सकते, वे सात्विक भोजन और ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करते हुए माता मंगला गौरी की पूजा कर सकते हैं।

मंगला गौरी व्रत के दिन क्या न करें-
1. इस दिन किसी भी स्थिति में मांसाहार और तामसिक भोजन न करें, लहसुन प्याज का भी उपयोग वर्जित है।

2. इस दिन पान, गुटखा, तांबाकू, शराब आदि का उपयोग न करें।

3. मंगला गौरी व्रत के दो दिन पहले से महिला के साथ संबंध न बनाएं, साथ ही ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करते रहें।

4. इस दिन बाल, नाखुन, दाढ़ी आदि न काटें।

5. मंगला गौरी व्रत के दिन किसी के विषय में गलत न सोचें, ना ही कोई ऐसा कार्य करें, जो स्वयं को अच्छा न लगे।

6. मंगला गौरी व्रत के दो दिन अपनेे किसी भी व्यवहार से किसी भी महिला को दुखी न करें, उसे अपमानित करने से बचें साथ ही महिलाओं का सम्मान करें।