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55 हजार सोलर फ्लेट्स से चंबल लिफ्ट को मिलेगी भरपूर बिजली

धौलपुर लिफ्ट सिंचाई एंव चंबल परियोजना से जिले के धौलपुर, राजाखेड़ा, सैंपऊ एवं मनियां क्षेत्र किसानों को जल्द भरपूर पानी मिलेगा। करीब आठ साल से कछुआ गति से आगे बढ़ रही परियोजना नए साल में शुरू होने की संभाचना है। परियोजना के लिए विद्युत आपूर्ति के लिए जिले का सबसे बड़ा सोलर प्लांट भी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11बी (बाड़ी रोड) पर ग्राम पंचायत मत्सूरा के गांव मोहरी में तैयार हो रहा है।

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55 हजार सोलर फ्लेट्स से चंबल लिफ्ट को मिलेगी भरपूर बिजली 55,000 solar panels will provide ample power to the Chambal lift

30 मेगावाट का प्लांट जून 2026 में तैयार, अक्टूबर से पूरी क्षमता से किसानों को मिल सकेगा सिंचाइ को पानी

- धौलपुर लिफ्ट सिंचाई एंव चंबल परियोजना

- बाड़ी रोड पर गांव मोहरी में 35 हेक्टेयर में जमीन में लग रहा सोलर प्लांट

रोहित शर्मा

धौलपुर. धौलपुर लिफ्ट सिंचाई एंव चंबल परियोजना से जिले के धौलपुर, राजाखेड़ा, सैंपऊ एवं मनियां क्षेत्र किसानों को जल्द भरपूर पानी मिलेगा। करीब आठ साल से कछुआ गति से आगे बढ़ रही परियोजना नए साल में शुरू होने की संभाचना है। परियोजना के लिए विद्युत आपूर्ति के लिए जिले का सबसे बड़ा सोलर प्लांट भी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11बी (बाड़ी रोड) पर ग्राम पंचायत मत्सूरा के गांव मोहरी में तैयार हो रहा है। प्लांट 30 मेगावाट का होगा, जिसके लिए 35 हेक्टयेर जमीन का आवंटन हुआ है। यहां पर करीब 55 हजार से अधिक सोलर प्लेट्स लगेगी, जिससे उत्पन्न सोलर एनर्जी से परियोजना को बिजली सप्लाई मिलेगी। लेकिन सोलर एनर्जी विद्युत निगम लेगा और उसके बदले में डिस्कॉम की तरफ से चंबल किनारे चंबल परियोजना के लिए बनाए गए विद्युत स्टेशन समेत 108 डिग्गियों को आपूर्ति मिलेगी। यानी मौहारी में सोलए एनर्जी विद्युत निगम खरीदेगा और उसके बदले में जल संसाधन विभाग के धौलपुर लिफ्ट सिंचाई एंव चंबल परियोजना को बिजली सप्लाई मुहैया होगी। गौरतलब रहे कि इससे पहले जिला प्रशासन की ओर से बसेड़ी तहसील के गांव धौंध का पुरा में जमीन आवंटित की गई थी लेकिन यहां पर विवाद और किसानों की आपत्तियों को लेकर बाद में बाड़ी उपखंड की ग्राम पंचायत मत्सूरा में गत अप्रेल में जमीन आवंटित की गई।

सोलर प्लेट्स पहुंची, निर्माण कार्य शुरू

बाड़ी रोड स्थित सोलर प्लांट पर कार्य शुरू हो चुका है। आवंटित भूमि की वर्तमान में चारदीवारी हो रही है। वहीं, संबंधित सोलर फर्म की ओर से जल्द यहां पर सोलर प्लेट्स लगाई जाएगी। सोलर फ्लैट्स यहां पहुंच चुकी हैं। करीब 55 हजार से अधिक सोलर प्लेट्स यहां 35 हेक्टेयर भूमि पर लगेंगी। उक्त प्लांट 30 मेगावाट का होगा। अकेले इस प्लांट पर करीब 140 करोड़ रुपए का खर्चा आ रहा है। सोलर एनर्जी फर्म 8 साल इस प्लांट की देखभाल करेगी।

राजाखेड़ा, सैंपऊ और मनियां क्षेत्र को फायदा

धौलपुर लिफ्ट सिंचाई एंव चंबल परियोजना से राजाखेड़ा, सैंपऊ, मनियां और धौलपुर उपखंड के 256 गांवों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचेगा। यहां के किसानों को भरपूर सिंचाई के लिए चंबल नदी का पानी मिल सकेगा। इससे करीब 39 हजार 980 हेक्टयेक्टर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। विशेषतौर पर राजाखेड़ा और मनियां क्षेत्र के किसानों को फायदा होगा और किसानों को फसलों के लिए समय पर पानी मुहैया हो सकेगा।

जून 2026 में सोलर प्लांट तैयार

गांव मोहारी में बन रहा सोलर प्लांट अगले साल जून 2026 तक बन कर शुरू हो जाएगा। यहां अब केवल सोलर प्लेट्स लगानी है, जिसका कार्य चारदीवारी का निर्माण होने पर शुरू हो जाएगा। वर्तमान में करीब 4.5 किमी की चारदीवारी बन चुकी है। कुल 9.5 किमी की ब्राउंड्री वाल तैयार होनी है।

रबी की फसल इस साल मिलेगा पानी

जल संसाधन विभाग का कहना है कि परियोजना की टेस्टिंग शुरू हो गई और इस साल दिसम्बर अंत तक किसानों को रबी की फसल के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। हालांकि, अभी यह पानी सीमित इलाके में ही मिल सकेगा। लेकिन अगले साल जून के बाद किसानों को भरपूर पानी मिल सकेगा।

190 गांवों को मिलेगा मीठा पानी

सिंचाई के साथ साथ जिले के 190 गांवों की भी प्यास बुझेगी। धौलपुर, राजाखेड़ा, सैंपऊ और मनियां क्षेत्र के लाइन से जुड़े इन गांवों में पानी मिलेगा। यह पानी पीएचईडी के जरिए उपलब्ध होगा। इसकी कुल मात्रा 10 फीसदी होगी। ज्यादातर पानी सिंचाई के लिए ही रहेगा। आमजन को पानी उपलब्ध करवाने के लिए जस संसाधन विभाग ने बसई कारे में एमवीआर डैम तैयार किया है। जिसमें पानी स्टोर होगा।

8 साल से पुरानी परियोजना...अब तैयार

उक्त परियोजना आठ साल पुरानी है। साल 2017 में चंबल परियोजना की घोषणा हुई थी। लेकिन कई तरह की स्वीकृति और डीपीआर में देरी और कोविड महामारी के चलते परियोजना में लगातार देरी होती चली गई। साथ ही चार स्थान पर रेलवे और एनएचएआई से भी लाइन क्रॉस कराने के लिए स्वीकृति ली गई। वहीं, अभी डिग्गियों तक एप्रोच रोड बनाने के लिए जमीन ली है जिसका अवार्ड राशि दी जा रही है।

- राजाखेड़ा चंबल लिफ्ट परियोजना की टेस्टिंग शुरू हो गई है। रबी सीजन में किसानों को पानी देने का प्रयास होगा। मौहारी गांव में 30 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए सोलर प्लांट लग रहा है जिसके बदले में चंबल किनारे प्लांट समेत अन्य डिग्गियों को पानी मिल सकेगा। अगले साल से चंबल लिफ्ट परियोजना पूरी तरह वर्किंग में शुरू हो जाएगी।

- बिज्जे लाल शर्मा, अधिशासी अभियंता, जल संसाधन धौलपुर लिफ्ट (खंड धौलपुर)