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तालाब में जाल में उलझा 7 फीट लम्बा अजगर, वनकर्मियों ने किया रेस्क्यू

- जाल में फंसने से जगह-जगह लगे शरीर में कट - पशु चिकित्सालय में टीम ने किया उपचार - ग्राम पंचायत बसई सामंता के गांव सूरजपुरा का मामला

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 7 feet long python entangled in a net in the pond, forest workers rescued

तालाब में जाल में उलझा 7 फीट लम्बा अजगर, वनकर्मियों ने किया रेस्क्यू

तालाब में जाल में उलझा 7 फीट लम्बा अजगर, वनकर्मियों ने किया रेस्क्यू

धौलपुर. ग्राम पंचायत बसई सामंता के गांव सूरज पुरा स्थित तालाब में मछली पकडऩे के तार में करीब सात फीट लम्बा अजगर उलझ गया। निकलने के प्रयास में वह जगह-जगह से तारों से जख्मी हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर वनकर्मी मौके पर पहुंचे और घायल अजगर को रेस्क्यू करके धौलपुर पशु चिकित्सालय लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों की टीम ने उपचार कर फिलहाल उसे निगरानी में रखवाया है।

जानकारी के अनुसार गांव सूरज पुरा के कुछ ग्रामीणों ने वन विभाग को तालाब में एक अजगर के जाल में फंसे होने की सूचना दी। जिस पर वन कर्मी राधाकिशन शर्मा के नेतृत्व में दल रेस्क्यू करने मौके पहुंचे। अजगर यहां तालाब में मछली पकडऩे के जाल में उलझा हुआ था। जिस पर टीम ने जाल काट कर अजगर को बाहर निकाला और घायल अजगर को लेकर धौलपुर पशु चिकित्सालय पहुंचे। यहां जिला अस्पताल के उपनिदेशक डॉ.रामावतार सिंघल, पशु चिकित्सक डॉ.सुशांत शर्मा व डॉ.आस्था तिवारी ने उसका उपचार किया। उपनिदेशक डॉ.सिंघल ने बताया कि अजगर लगभग 5 से 6 साल का है जिसकी गर्दन से लगभग 8 इंच नीचे गोल घेरे के रूप में घाव था, जिसकी उचित ड्रेसिंग इत्यादि कर टांके लगाए हैं। चिकित्सक ने अजगर की 5 से 6 दिन उचित परीक्षण और देखभाल करने की सलाह दी है। जिसके बाद अजगर को वन विभाग की टीम अपने साथ ले गई।

अवैध रूप से मछली पकडऩे वालों से जलीय जीवों को खतरा

जिले में कई तालाबों में अवैध तरीके से जाल डाल कर मछली पकडऩे वालों से जलीय जीवों को लगातार खतरा बना हुआ है। इनके जालों में फंस कर कई दफा जलीय जीव दम तोड़ चुके हैं। ये लोग चोरी-छिपे मछली पकड़ते हैं। जल्दबाजी में जाल खींचने और जलीय जीवों का ध्यान नहीं रखने से उन्हें नुकसान पहुंचता है।