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चौक चेम्बर और रिसता पानी…यही बनी धौलपुर की कहानी

शहर की साफ-सफाई व्यवस्था राम भरोसे है। चौक चौराहों पर लगे गंदगी के ढेर से लेकर चौक चेम्बरों से रिसता गंदा पानी नगर परिषद की कार्यशैली को उजागर कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदार हैं कि समस्या को दूर करने की बात तक ही सीमित हैं, लेकिन उसे दूर करने को कदम कोई नहीं बढ़ा रहा और बेचारी आम जनता इन जिम्मेदारी की उदासीनता का शिकार लगातार हो रही है

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चौक चेम्बर और रिसता पानी...यही बनी धौलपुर की कहानी Chowk Chamber and leaking water...this became the story of Dholpur

चेम्बर सफाई का ठेका होने के बाद भी हालत जस की तस, सफाई में कोताही

शहर की कई कालोनियों में अभी जलभराव

धौलपुर.शहर की साफ-सफाई व्यवस्था राम भरोसे है। चौक चौराहों पर लगे गंदगी के ढेर से लेकर चौक चेम्बरों से रिसता गंदा पानी नगर परिषद की कार्यशैली को उजागर कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदार हैं कि समस्या को दूर करने की बात तक ही सीमित हैं, लेकिन उसे दूर करने को कदम कोई नहीं बढ़ा रहा और बेचारी आम जनता इन जिम्मेदारी की उदासीनता का शिकार लगातार हो रही है।

जिम्मेदारों की निरंकुशता शहर पर बदनुमा दाग लगा रही है। चाहे सफाई का मामला हो या फिर शहर की सडक़ों का हर ओर सिर्फ लोगों को निराशा ही हाथ लगती है। नगर परिषद ने शहर के चेम्बरों की सफाई के लिए 2 करोड़ 20 लाख का ठेका तीन सालों तक के लिए दे रखा है। जून माह में वर्क ओर्डर जारी होने के बाद भी अभी तक चेम्बरों की हालत बदतर है। आधा दर्जन कालोनियों में भारी जलभराव हो रहा है। जिनमें बाड़ी रोड स्थित न्यू आदर्श बिहार कालोनी में कई माह से पानी भरा हुआ है। इसके अलावा सैंपऊ रोड स्थित आनंद नगर कॉलोनी के लोगों ने सीवरेज का गंदा पानी सडक़ पर जमा होने और इलाके के लोगों को आवागमन में समस्या आ रही रही है। स्थानीय लोगों का कहना था कि बीच में सकर मशीन से कुछ पानी को निकाला था लेकिन और वो भी आना बंद हो गई। गौरतलब रहे कि शहर में तीन दर्जन से अधिक कॉलोनी करीब 80 हजार लोग सीवरेज के गंदे पानी और जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। इन कॉलोनियों में करीब 7 हजार मकान होंगेए जो सीधे तौर पर प्रभावित हैं।

जून में वर्क ओर्डर...पर सफाई कहीं नहीं

जून माह में शहर में बिछी 171 किमी लंबी सीवर लाइन के मेंटेनेंस का कार्य टेण्डर प्रक्रिया के माध्यम से ठेकेदार को सौंप दिया। टेण्डर 2 करोड़ 20 लाख रुपए में किया गया है, जिसमें संवेदक 3 साल तक इन चेम्बरों की साफ-सफाई और मेंटेनेंस कार्य करेगा, लेकिन 16 जून को वर्क ओर्डर जारी होने के बाद भी चौक सीवरों की साफ-सफाई में जमकर कोताही बरती जा रही है। यही कारण है कि अभी भी शहर की आधा दर्जन कालोनियों में सीवर उफान मार रहे हैं और लोगों की जिंदगी को नरक बनाए हुए हैं।

जगह-जगह लगे कचरे के ढेर

चौक चेम्बरों के अलावा शहर के जगह-जगह लगते कचरे के ढेर नगर परिषद के अधिकारियों को मुंह चिढ़ा रहे हैं। शहर का एक भी एरिया ऐसा नहीं होगा जहां कचरे का ढेर नहीं हो,फिर चाहे शहर का बाजार ही क्यों न हो। इन कचरे के ढेर में निराश्रित गोवंश दिन भर मुंह मारते दिख जाएंगे। कचरे से उठती दुर्गंध आसपास के वातावरण को दूषित किए हुए है। जिससे स्थानीय रहवासियों का भी हाल बेहाल है।