उत्तर मध्य रेलवे ने अमृत भारत रेलवे स्टेशन के अंतर्गत छह माह पूर्व एक स्टेशन, एक उत्पाद योजना के तहत स्टेशन के प्लेटफार्म पर जिले की पहचान रखने वाली सामग्री की स्टॉल खोलने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से निर्देश दिए गए थे। जिससे रेल यात्रा करने वाले यात्रियों को हर जिले की पहचान वहां के उत्पाद से पता चल सकें। जिले की प्रसिद्ध दुग्ध एवं दूध उत्पादन से बनी खाद्य सामग्री जिले पर पहचान बिखेरती है। लेकिन यह योजना कागजों में धूल फांक रही है। अभी तक इसका शुभारंभ नहीं हो सका। स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ाने और लघु उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई एक स्टेशन एक उत्पाद योजना को और लाभदायक बनाने के लिए रेल प्रशासन ने भले ही इसकी स्थापना व आवंटन करने में लापरवाही बरत दी है। रेलवे विभाग अभी तक इस स्टॉल का शुभारंभ भी नहीं करा पाया है। ऐसे में केन्द्र सरकार की योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर एक स्टेशन, एक प्रोडक्ट योजना शुरू करने के लिए आगरा डीआरएम कार्यालय से इसकी सूचना भी निकाली गई थी। लेकिन सूचना ही फाइलों में दबकर रह गई है।
यह शुरू होने थी योजना रेलवे ने अलग-अलग जगहों के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने में रेल की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। इसी को देखते हुए एक स्टेशन, एक उत्पाद योजना शुरू की गई है। इसके तहत देश भर के रेलवे स्टेशनों पर उस जगह के खास उत्पादों की बिक्री के लिए स्टॉल लगेंगे। इससे जिस रेलवे स्टेशन पर यात्री उतरेंगे, वे वहां के खास उत्पाद के बारे में आसानी से जान सकेंगे। इससे यहां के उत्पाद का प्रचार और रोजगार दोनों क्षेत्र में अवसर सामने आएंगे। धौलपुर स्टेशन पर दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद से बने पकवान की बिक्री के लिए स्टॉल खोलने के लिए उमरे ने निर्देश दिए थे।
एक स्टेशन, एक उत्पाद योजना धौलपुर स्टेशन पर शुरू की जाएगी। आचार संहिता समाप्त होने के बाद इसकी कार्यवाही शुरू की जाएगी। जिससे जिले की पहचान लोगों को पता चल सकें। – प्रशस्ति श्रीवास्तव, पीआरओ रेलवे मंडल आगरा।