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आखिर जागा प्रशासन,नहर की भूमि से अतिक्रमण हटाना शुरू

शहर में सैंपऊ रोड स्थित पुलिस लाइन के सामने सिंचाई विभाग की नहर पर हो रहे अतिक्रमणों के खिलाफ सिंचाई विभाग की टीम ने कार्रवाई की। जेसीबी के मशीन से कुछ अतिक्रमणों को हटाया गया। साथ ही नहर के स्थान पर खुदाई कर मिट्टी को हटाया गया।

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आखिर जागा प्रशासन,नहर की भूमि से अतिक्रमण हटाना शुरू Administration finally woke up, started removing encroachment from canal land

- सैंपऊ रोड पर पुलिस लाइन के सामने से शुरू हुई कार्रवाई

- जेसीबी से कुछ पक्के निर्माणों को तोड़ा, भारी पुलिस बल रहा मौजूद

धौलपुर. शहर में सैंपऊ रोड स्थित पुलिस लाइन के सामने सिंचाई विभाग की नहर पर हो रहे अतिक्रमणों के खिलाफ सिंचाई विभाग की टीम ने कार्रवाई की। जेसीबी के मशीन से कुछ अतिक्रमणों को हटाया गया। साथ ही नहर के स्थान पर खुदाई कर मिट्टी को हटाया गया। कार्रवाई के दौरान कार्यवाहक तहसीलदार अलका श्रीवास्तव और गिरदावर हरिओम शर्मा समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा।

जानकारी के अनुसार सिंचाई विभाग की टीम यहां लवानियां मैरिज होम के सामने कार्यवाहक तहसीलदार के नेतृत्व में पहुंची और पहले से चिह्नित कर रखे अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की। जेसीबी से नहर की जमीन पर हो रहे पक्के निर्मार्णों को भी हटाया गया। वहीं, नहर को जहां-जहां दबा दिया गया, उस जगह पर जेसीबी मशीन से खुदाई करवाई गई। गौरतलब रहे कि पत्रिका ने नहर पर हुए अतिक्रमण को लेकर लगातार खबर प्रकाशित कर रहा है। 21 अक्टूबर के अंक में पत्रिका ने प्रमुखता से ‘जलबहाव क्षेत्र में 84 निर्माण को माना अवैध, फिर भी कार्रवाई नहीं’ खबर प्रकाशित की थी। जिस पर सोमवार को सिंचाई विभाग प्रशासन हरकत में दिखा और नहर पर हुए अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई की गई।

सिंचाई विभाग ने अतिक्रमियों को दिए थे नोटिस

नहर की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर दो दिन पहले सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता की ओर से कुछ लोगों को नोटिस भी दिए गए थे। ये नोटिस नहर की जमीन पर निर्माण करने वालों के मकानों पर चस्पा कर दिए थे। साथ ही टीम ने पक्के निर्माण कार्य जो अतिक्रमण थे, उन पर लाल रिमार्क लगाया गया था। सिंचाई विभाग का कहना है कि नहर की भूमि की राजस्व विभाग से पैमाइश करवाई गई है। हालांकि, नहर का कहीं पर 25 फीट तो कही 30 फीट जगह थी।बच-बच कर हो रही कार्रवाईनहर की भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई गई लेकिन कई स्थानों पर नजरअंदाज कर दिया गया। जिस पर कुछ लोगों ने आरोप भी लगाए। वहीं, लाल रिमार्क के दौरान भी नहर की दिशा को ही घुमा दिया और खाली पड़े स्थानों पर रिमार्क कर दिया। जबकि नहर की जगह पर पक्के हो रहे थे।

जलबहाव क्षेत्र पर 84 अवैध निर्माण

बता दें कि जिला मुख्यालय धौलपुर पर नगर परिषद के क्षेत्राधिकार की जलबहाव एवं भराव क्षेत्र की भूमियों पर चिह्नित अतिक्रमण जिनमें राज्य सरकार की ओर से तहसीलदार धौलपुर एवं नायब तहसीलदार धौलपुर न्यायालय में दर्ज कराए गए अतिक्रमणों में सरकार के पक्ष में निर्णय पारित होने के बावजूद 84 अवैध अतिक्रमणों को बेदखल किए जाने की कार्रवाई नहीं की गई।

निष्पक्ष कार्रवाई हुई तो जलभराव से मिलेगी राहत

उधर, जलभराव की समस्या से जूझ रही कॉलोनियों के रहवासियों का कहना है कि निष्पक्ष कार्रवाई हुई तो जलभराव से काफी राहत मिलेगी। बता दें कि सैंपऊ रोड पर कई कॉलोनियां अभी तक भी जलभराव की समस्या से जूझ रही हैं। बरसात के पानी की निकासी नहीं होने से ज्यादातर पानी कॉलोनियों में भर गया। बता दें कि बरसात के दिनों में पहले काफी पानी नहर के जरिए निकल जाता था लेकिन धीरे-धीरे नहर पर हुए अतिक्रमण से पानी को रास्ता मिलना बंद हो गया और पानी कॉलोनियों में घुसने लगा।