यह था मामला बड़ी सिंघावली गांव में 16 केवी का ट्रांसफॉर्मर काफी समय पहले जल गया था, क्योंकि छोटे ट्रांसफॉर्मर पर 16 की जगह 24 उपभोक्तओं को कनेक्शन जारी कर दिए गए थे। ग्रामीणों की मांग पर एक पखवाडे पूर्व निगम अधिकारियों ने फिर पुरानी गलती दोहराते हुए 16 केवी का ही ट्रांसफॉर्मर वहां बदलवा दिया। चूकि ट्रांसफॉर्मर पहले ही ओवरलोड था तो उस पर उसकी क्षमता अनुसार 16 कनेक्शन होते ही ग्रामीणों ने ओर कनेक्शन करने निगमकर्मियों को रोक दिया। जिससे दलित बस्ती के घरों के कनेक्शन नहीं हो पाए। जबकि उनके बिल भरे हुए थे। दलित बस्ती के लोग कनिष्ठ अभियंता सहायक अभियंता के कार्यालय के चक्कर लगाते रहे, लेकिन दबंगों के डर से उनको कनेक्शन नहीं किए गए। जिस पर सोमवार को बड़ी संख्या में महिला पुरुष एकत्रित होकर निगम कार्यालय पर पहुंच गए। जमकर प्रदर्शन किया। साथ ही विधायक को भी आपबीती सुनाई। जिसके बाद विधायक रोहित बोहरा के निर्देश पर मंगलवार को निगम का दस्ता 25 केवी का ट्रांसफॉर्मर लेकर गांव पहुंचा और पुराने ट्रांसफॉर्मर को रिप्लेस करने लगा, लेकिन गांव के दबंगों ने उन्हें बदलने से रोक दिया। दलित बस्ती के लिए अलग ट्रांसफॉर्मर स्थापित करने को कहकर वापस कर दिया, लेकिन निगम अधिकारियों ने दबंगों के विरुद्ध कार्यवाही की जगह चुपचाप लोट आना ही उचित समझा। जिससे दलित बस्ती एक बार फिर अंधेरे और गर्मी के बीच गुजर करने के लिए मजबूर हो गई।
इनका कहना है
हम तो मजदूर परिवार है। लड़ तो सकते नहीं, हाथ जोड़ सकते है। ट्रांसफॉर्मर लौटा दिया कुछ लोगों ने। पता नहीं क्या होगा।
बंटी, विद्युत कनेक्शन से वंचित मजदूर परिवार, सिंघावली गांव इनका कहना है
पुलिस इमदाद मिलेगी, तब ट्रांसफॉर्मर लगेगा। मैनें तो ट्रांसफॉर्मर लेकर कर्मचारी भेजे थे, लेकिन कुछ लोगों ने उनको लगाने नहीं दिया।