
-नगर परिषद की उदासीनता, नहीं कराई फॉगिंग और कीटनाश का छिडक़ाव
- अस्पतालों में डेंगू के अलावा मलेरिया और वायरल के मरीज भर्ती
धौलपुर. देहात सहित शहर में डेंगू ने दस्तक दे दी है। मंगलवार को सरानी में छह साल की बच्ची आयुशी पॉजीटिव पाई गई। इसके अलावा मनियां में तीन साल का नित्यांश भी डेंगू से पीडि़त पाया गया है। जिसका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके अलावा इस माह अभी तक तीन और लोग डेंगू के डंक का शिकार हुए हैं।
मौसम में हो रहे परिवर्तन और जगह-जगह होते जलभराव से लोग वायरल और डेंगू के शिकार हो रहे हैं। जिला अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी हुई है। जिसमें वारयल और मलेरिया के मरीजों को डॉक्टर जांच कर दवाएं दे रहे हैं। गंभीर रोगियों को भर्ती किया जा रहा है। जिससे अस्पतालों के वार्ड भी फुल हो रहे हैं। तो वहीं शहर सहित देहात में डेंगू के डंक की भी सुगबुगाहट बढ़ चुकी है और धीरे-धीरे जिले भर में डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार को धौलपुर के सरानी में छह साल की आयुषी डेंगू से पॉजीटिव पाई गई है तो मनियां का नित्यांश भी डेंगू से ग्रसित पाया गया है। जिनका इलाज अस्पताल में हो रहा है। इसके अलावा इस माह में तीन और डेंंगू के मामले सामने आ चुके हैं। यानी सितम्बर माह के नौ दिनों में ही पांच मरीजों को डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से पांचे केस अभी एक्टिव हैं जिनका इलाज अभी जारी है। इन केसों में सबसे ज्यादा मरीज धौलपुर तीन और मनियां से सामने आए हैं।
2023 में लगभग 600 केस आए सामने
तीन साल से शहर भारी जलभराव की चपेट में है। जिससे न सिर्फ लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है तो मच्छरजनित बीमारियां लोगों को दोहरी मार दे रही हैं। 2023 में भारी जलभराव का असर खतरनाक बीमारी डेंगू के रूप में भी देखा गया था। तब जिले भर में 600 के आसपास डेंगू से पीडि़त मरीज सामने आए थे। 2024 में लगातार भारी बारिश के कारण यह आंकड़ा जरूर कम हो गया। तब 250 के आसपास मरीज डेंगू पॉजीटिव पाए गए थे। तो वहीं इस सीजन 14 लोग डेंगू के डंक से पीडि़त पाए गए हैं।
तीन केस धौलपुर तो तीन मनियां में
मच्छर के काटने से फैलने वाले डेंगू के डंक से इस साल मार्च माह से लेकर अभी तक 14 मरीज पीडि़त हो चुके हैं। इस साल पहला केस 20 मार्च को डोमई में सामने आया था। जिसके बाद 25 मार्च को पुरानी छावनी, 15 अपे्रल खानपुर मनियां, 26 मई गौशाला धौलपुर, 8 जुलाई को कान्हा को नगला, 16 जुलाई को बसेड़ी, 24 जुलाई को राजाखेड़ा, 25 अगस्त को धौलपुर, 26 अगस्त सैंपऊ, 1 सितम्बर बसेड़ी, 2 सितम्बर मनियां, 4 सितम्बर सरमथुरा, 9 सितम्बर सरानी धौलपुर और 9 सितम्बर को ही एक और डेंगू पॉजीटिव मरीज मनियां में मिला।
नहीं हुई फॉगिंग न कीटनाशक का छिडक़ाव
मानसून सीजन के दौरान जगह-जगह होते जलभराव में स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद एंटी लार्वा अभियान के तहत कीटनाशक दवा और फॉगिंग का इस्तेमाल कर डेंगू के साथ मलेरिया के लार्वा को नष्ट कराया जताा है। लेकिन अभी तक नगर परिषद की ओर से किसी भी प्रकार की कीटनाशक दवा का छिडक़ाव और फॉगिंग नहीं की गई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने जरूर एंटी लार्वा अभियान चलाया और युवाओं की टीम ने कुछ स्थानों पर घर-घर जाकर लार्वा इक_ा कर कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव किया था, लेकिन यह सब सीमत समय और जगह तक ही रहा।
साफ पानी में पनपता है डेंगू का डंक
डेंगू की प्रारंभिक एनएस-1 जांच की जाती है। पुष्टि के लिए एलाइजा जांच की जाती है। मेडिकल कॉलेज में अब तक एलाइजा जांच में तीन डेंगू रोगियों की पुष्टि हो चुकी है। बताया कि डेंगू के चार प्रकार के वायरस होते हैं। यह एडीज मच्छर के काटने से होता है, जो दिन में काटता है। साफ पानी में अंडे व लार्वा विकसित करता है। डेंगू पीडि़त को काटा हुआ मच्छर स्वस्थ लोगों को काटने पर बीमार पडऩे की आशंका अधिक रहती है। किसी को डेंगू पता चले तो मच्छरदानी में सोएं। घर के आसपास जलभराव नहीं होने दे। मच्छरों को भगाने के घर में उपाय करें।
उपचार और बचाव
- इसके मुख्य लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द तथा उल्टी शामिल हैं।
- डेंगू के लिए कोई विशिष्ट उपचार नहीं है, लेकिन लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए ओटीसी दवाएं जैसे एसिटामिनोफेन ली जा सकती हैं।
- पौष्टिक आहार, तुलसी का रस और नारियल पानी फायदेमंद होते हैं।
- मच्छरों को पैदा होने से रोकना जैसे पानी जमा न होने देना और मच्छरदानी का उपयोग करना सबसे प्रभावी बचाव है।
- अगर किसी को डेंगू के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उचित इलाज कराना चाहिए।
- घर और बाहर पानी का इक_ा न होने दें, कूलर गमलों को भी करते रहें साफ।
Published on:
10 Sept 2025 07:14 pm
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