जानकारी के अनुसार नादनपुर थाना क्षेत्र के मड पिपरौदा के समीप शेरनी नदी में शाम को मानव (8) पुत्र लक्ष्मण कुशवाह व कान्हा (7) पुत्र लोकेन्द्र कुशवाहा निवासी नादनपुर अपने दोस्तों के साथ यहां नदी किनारे गए हुए थे। बताया जा रहा है कि अचानक दोनों का पैर फिसल गया और वे नदी में जा गिरे। मौके पर मौजूद दो दोस्तों ने गांव में जाकर ग्रामीण व परिजनों को सूचना दी। जिस पर लोग मौके पर पहुंचे और तलाश कर दोनों को बाहर निकाला। जिस पर परिजन एक बसेड़ी और दूसरे को बाड़ी अस्पताल ले गए। जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया। थाना प्रभारी राजेन्द्र गिरी ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया, जिस पर पंचनामा कर शव सौंप दिए।
एसडीएम को दिए ज्ञापन में गांव रुंध का पुरा निवासी विशंभर पुत्र नहनेराम कुशवाहा ने गुहार लगाई कि उसका 17 वर्षीय पुत्र हरिराम पिछले एक वर्ष से गंभीर बीमारी अपीऑस्टिक अनैमिया नॉन सीवियर से पीडि़त है। बेटे का इलाज अभी निजी हॉस्पिटल जयपुर में चल रहा है। एक साल के इलाज के दौरान चिकित्सक की सलाह पर 6 से 7 लाख का एटीजी इंजेक्शन भी लग चुका है। परिवार पर अब तक उपचार पर 12 से 14 लाख तक खर्च हो चुका है। इसमें सारी जमा पूंजी लग गई है। अभी भी हरिराम के स्वास्थ्य में सुधार नहीं है। डॉक्टर्स ने ट्रांसप्लांट करने का सलाह दिया है। इसमें 20 से 25 लाख रुपए का खर्चा आएगा। ऐसे में परिवार सदमे में है और उपचार के लिए सरकार और प्रशासन से गुहार लगा रहा है। इसको लेकर पीडि़त विशंभर कुशवाह और रुंध का पुरा के ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। विशंभर कुशवाहा ने बताया कि उनके बेटे की जिंदगी बचाने के लिए अब उनके पास कुछ भी नहीं है। उनके परिवार में एक बेटी भी है जो शादी योग्य है। उसने उच्च शिक्षा ग्रहण कर रखी है। कोई रोजगार नहीं है। पीडि़त विश्वंभर के साथ आए ग्रामीण पप्पू, लाखन, रामचरण ने बताया कि विश्वंभर एक छोटा किसान है। इसके पास कोई ज्यादा खेती भी नहीं है। जैसे-तैसे परिवार का पालन कर रहा है। उस पर यह पहाड़ टूट गया है। ऐसे में सहायता की जरुरत है।