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नवरात्रि तक धौलपुर डिपो को मिलेंगी पांच नई बसें

बसों और चालक परिचालकों की कमी से जूझ रहे धौलपुर डिपो को जल्द ही पांच नई बसें मिलने वाली हैं। जिससे डिपो में बसों की संख्या ५५ के आसपास हो जाएंगी। विभाग इन नई बसों के नवरात्रि तक मिलने की उम्मीद जता रहा है। नई बसें मिलने से जहां क्षेत्रीय यात्रियों को यातायात में सुगमता होगी वहीं डिपो की आर्थिक आय में भी वृद्धि होगी। मगर विभाग के सामने सबसे बड़ी समस्या चालक और परिचालकों की आ रही है।

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नवरात्रि तक धौलपुर डिपो को मिलेंगी पांच नई बसें Dholpur depot will get five new buses by Navratri

-बसों की कमी के कारण विभाग ने की थी पांच बसों की डिमांड

-बसों से ज्यादा चालक-परिचालकों की कमी से जूझ रहा डिपो

धौलपुर. बसों और चालक परिचालकों की कमी से जूझ रहे धौलपुर डिपो को जल्द ही पांच नई बसें मिलने वाली हैं। जिससे डिपो में बसों की संख्या ५५ के आसपास हो जाएंगी। विभाग इन नई बसों के नवरात्रि तक मिलने की उम्मीद जता रहा है। नई बसें मिलने से जहां क्षेत्रीय यात्रियों को यातायात में सुगमता होगी वहीं डिपो की आर्थिक आय में भी वृद्धि होगी। मगर विभाग के सामने सबसे बड़ी समस्या चालक और परिचालकों की आ रही है।

धौलपुर डिपो में अभी 62 बसें हैं जो नियमित सडक़ों पर दौड़ रही हैं तो वहीं विभाग ने ऐसे कंडम १० बसों को वापस भेज दिया है जो चलने की हालत में नहीं थीं। जिस कारण यात्रियों को कई बार यातायात में असुविधा भी देखने को मिलती थी। जिसको ध्यान में रखकर धौलपुर डिपो ने पांच नई बसों की मांग राज्य स्तर पर की थी। जिस पर उन्हें नवरात्रि तक पांच नई बसें राज्य सरकार से मिलने की उम्मीद है। इस कड़ी में राज्य के अन्य डिपो को भी विभाग नई बसें आवंटित कर रहा है तो कई डिपो में नई बसें आवंटित भी कर दी गईं हैं। ज्ञात हो कि धौलपुर डिपो बसें और स्टॉफ की कमी से जूझ रहा है। बसें नहीं होने से कई रूटों पर बसों का संचालन तक बंद हो गया था जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इन नई बसें मिलने से यात्रियों सहित धौलपुर डिपो को भी राहत मिलेगी। इन नई बसों का संचालन और उनका रूट क्या रहेगा? यह बसें मिलने के बाद ही विभाग तय करेगा।

स्टॉफ न होने से कई रूटों पर संचालन बंद

एक ओर जहां डिपो में बसों की कमी है तो वहीं उससे ज्यादा कमी चालक और परिचालक की है। चालक और परिचालकों की कमी से धौलपुर डिपो अभी से नहीं अपितु दीर्घकालिक समय से जूझ रहा है। जिसको लेकर कई बार विभाग ने मांग भी की है। स्टॉफ की कमी का ही नतीजा है कि सैंपऊ और राजाखेड़ा जैसे अन्य रूटों पर बसों का संचालन तक बंद करना पड़ा है। डिपो को नई बसें मिलने के बाद विभाग के सामने बसों पर तैनात करने स्टॉफ की कमी की समस्या आएगी। डिपो में चालक और परिचालकों की कमी को देखते हुए रोडवेज महाप्रबंधक ने नई भर्ती के दौरान ५२ सिवल डिफेंस की मांग की है। जिससे यातायात प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाया जा सके।

यात्रियों के लिए लगाए परिषर में पांच नए पंखे

पिछले काफी समय से धौलपुर डिपो परिसर सहित विभागीय अधिकारियों के ऑफिसों की हालत दयनीय बनी हुई थी। चहुंओर जहां गंदगी का आलम बना रहता था तो यात्रियोंं को गर्मी से राहत दिलाने पंखों तक की उम्दा व्यवस्था नहीं थी, लेकिन गत दिनों लगभग 1 करोड़ की राशि से जहां डिपो परिषर में कार्य किए गए वहीं विभागीय अधिकारियों के ऑफिस से लेकर डिपो कार्यालय तक का मरम्मत और जीर्णोद्धार कार्य किया गया। तो वहीं यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए बिल्डिंग में पांच नए पंखे भी यात्रियों के लिए लगाए गए हैं साथ नवीन टॉयलेट की व्यवस्था की गई है। जिससे धौलपुर डिपो में यात्रा करने आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो सके।

धौलपुर डिपो के लिए पांच नई बसों की मांग की गई थी। जो बसें नवरात्रि तक डिपो को मिलने वाली हैं। बसों से ज्यादा समस्या विभाग को चालक और परिचालकों की आ रही है। जिस कारण सुचारू रूप से चलने वाले यातायात में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।

-जगजीत सिंह, मुख्य प्रबंधक धौलपुर डिपो