31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बजट में धौलपुर जिले की उम्मीदें धराशायी, नहीं लगा कुछ हाथ

- पूर्ववर्ती कालीतीर परियोजना और नए बाइपासों को लेकर बजट रखी गई राशि - प्रदेश का बजट पेश

2 min read
Google source verification
बजट में धौलपुर जिले की उम्मीदें धराशायी , नहीं लगा कुछ हाथ Dholpur district's hopes dashed in the budget, nothing got done

- पूर्ववर्ती कालीतीर परियोजना और नए बाइपासों को लेकर बजट रखी गई राशि

- प्रदेश का बजट पेश

धौलपुर. वित्त मंत्री दिया कुमारी ने बुधवार को विधानसभा में प्रदेश का बजट पेश किया। बजट में आगामी आगामी पांच साल में 4 लाख भर्तियां करने, एक जिला एक उत्पाद, खेली नीति 2024, सडक़ सुरक्षा, सीएम आयुष्मान आरोग्य योजना समेत कई योजनाओं की घोषणा की गई। हालांकि, बजट में धौलपुर के हाथ कुछ विशेष नहीं लगा। चंबल नदी के पानी आधारित कालीतीर परियोजना, राष्ट्रीय राजमार्ग 123 से एनएच 11बी और एनएच 44 से स्टेट हाइवे 2ए पर बाइपास को लेकर कुछ बड़ी घोषणाओं को छोड़ दें तो अन्य जिलों की अपेक्षा खास हाथ नहीं लगा। उधर, भाजपा ने बजट को बेहतर और प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने वाला बताया। वहीं, कांग्रेस ने बजट का निराशाजनक बताया

बजट से जिलेवासियों को खासी उम्मीदें थी। लेकिन बजट सामान्य तौर पर रहा। जिले को विशेष कुछ नहीं मिला। एक जिला एक उत्पाद जैसी योजनाओं से जरुर खुश हो सकते हैं। पर्यटन को लेकर जिले में अतिरिक्त कोई घोषणा नहीं हुई। साथ ही शहर की जर्जर सडक़ों को सुधारने को लेकर वित्तमंत्री ने घोषणा नहीं की। कुल मिलाकर बजट सामान्य रहा।

टाइगर को मिलेगी जगह और शुरू होगा सर्विलांस सिस्टम

बजट में धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व समेत 5 बाघ परियोजना क्षेत्रों में 20 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यह राशि टाइगर हैबीटाट यानी वन्यजीव के अनुकूल जगह बनाई जाएगी। इसके अलावा एंटी पोंचिंग एन्फ्राटेक्चर सिस्टम एक तरह से इलाके की गतिविधि नजर रखता है। इसके लिए अलग से सर्विलांस सिस्टम होता है। वर्तमान में रणथम्भौर व सरिस्का में कार्य कर रहा है। इसी तर्ज पर आगामी दिनों में धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व में यह सिस्टम शुरू किया जाएगा।

कालीतीर जलप्रदाय परियोजना पर 710 की लागतबजट में

चंबल नदी आधारित कालीतीर जलप्रदाय परियोजना धौलपुर-भरतपुर समेत अन्य परियोजना के लिए सरकार ने अनुमानित खर्च बताया। उक्त परियोजना पर 710 करोड़ रुपए लागत आने की बात कही। हालांकि, बता दें कि उक्त परियोजना की पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में घोषणा हो चुकी थी। इस परियोजना से जल संकट से जूझ रहे जिले सरमथुरा, बाड़ी समेत अन्य इलाकों को फायदा होगा। साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा।

बाइपास समेत सडक़ों पर खर्च होंगे करोड़ों रुपए

बजट में जिले से निकल राष्ट्रीय राजमार्ग से बाइपास और अन्य सडक़ों के निर्माण कार्य पर करोड़ों रुपए का बजट रखा गया है। इसमें राजाखेड़ा क्षेत्र की खेरली कोटपुरा-मिश्रियापुरा-मांगरौली-बिचौला सडक़ पर 12 करोड़ 67 लाख रुपए लागत आएगी। इसी तरह बाइपास संबंधी सडक़ निर्माण में राष्ट्रीय राजमार्ग 123 से एनएच 11बी धौलपुर पर 154 करोड़ 64 लाख रुपए एवं एनएच 44 से स्टेट हाइवे 2ए धौलपुर पर 131 करोड़ 76 लाख रुपए खर्च होगा। बाइपास बनने से मुख्य सडक़ों पर दबाव कम होगा और आवागमन सुगम होगा।

बजट में जिले को ये मिला

- चंबल नदी आधारित कालीतीर जलप्रदाय परियोजना धौलपुर-भरतपुर पर 710 करोड़।- खेरली कोटपुरा-मिश्रियापुरा-मांगरौली-बिचौला सडक़ (राजाखेड़ा मनियां) 12 करोड़ 67 लाख रुपए लागत।- बाइपास को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग 123 से एनएच 11बी धौलपुर पर 154 करोड़ 64 लाख रुपए लागत।- बाइपास एनएच 44 से स्टेट हाइवे 2ए धौलपुर पर 131 करोड़ 76 लाख रुपए लागत- छात्रावास की हालत सुधारेंगे, मरम्मत होगी।- जिले के राजाखेड़ा में उप जिला अस्पताल भवन निर्माण