बैठक में जिला कलक्टर ने बताया कि पंच गौरव कार्यक्रम के तहत जिले की आर्थिक पारिस्थितिकी एवं ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण एवं संवर्धन किया जाएगा। स्थानीय शिल्प, उत्पाद, कला को संरक्षण प्रदान किया जाएगा। साथ ही उत्पादों की गुणवत्ता, विपणन क्षमता में सुधार करना कार्यक्रम के उद्देश्यों में शामिल हैं। इसके माध्यम से स्थानीय स्तर पर ही रोजगार अवसरों में वृद्धि के प्रयास किए जाएंगे। कार्यक्रम के प्रभावी संचालन के लिए आयोजना विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। जिला स्तर पर इसके लिए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में एक समिति का गठन भी किया गया है। एक जिला एक उपज के लिए कृषि एंव उद्यानिकी विभागए एक जिला एक वनस्पति प्रजाति के लिए वन विभागए एक जिला एक उत्पाद के लिए उद्योग एवं वाणिज्य विभागए एक जिला एक पर्यटन स्थल के लिए पर्यटन विभाग तथा एक जिला एक खेल के लिए खेल विभाग नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेंगे।