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हाथी पर सवार होकर आगमन करेगी मां दुर्गा, 15 से नवरात्र का शुभारंभ, 23 को होगा समापन

Navratri news dholpur: धौलपुर. नवरात्रि में इस बार मां दुर्गा का आगमन हाथी पर होगा। हाथी सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। मां दुर्गा को समर्पित यह पर्व 15 से शुरू होकर 23 अक्टूबर तक चलेगा।

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Mother Durga will arrive riding on an elephant, Navratri will start from 15th, will end on 23rd

हाथी पर सवार होकर आगमन करेगी मां दुर्गा, 15 से नवरात्र का शुभारंभ, 23 को होगा समापन

Navratri news dholpur: धौलपुर. नवरात्रि में इस बार मां दुर्गा का आगमन हाथी पर होगा। हाथी सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। मां दुर्गा को समर्पित यह पर्व 15 से शुरू होकर 23 अक्टूबर तक चलेगा। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा होगी। वहीं, शारदीय नवरात्र में माता रानी के शृंगार के लिए बाजार में कई तरह की पोशाक और सामग्री आई है।

आचार्य रविन्द्र मिश्रा ने बताया कि वैसे तो माता रानी सिंह की सवारी करती हैं। लेकिन नवरात्रि में जब धरती पर आती हैं तो सवारी बदल जाती है। मां जगदंबे के आगमन की सवारी नवरात्रि के प्रारंभ वाले दिन पर निर्भर करती है। यानी नवरात्रि की शुरुआत जिस दिन होती है। उस दिन के आधार पर उनकी सवारी तय होती है। इसी प्रकार से वह जिस दिन विदा होती है। उस दिन के आधार पर प्रस्थान की सवारी तय होती है।

नवरात्रि में मां दुर्गा के वाहन डोली, नाव, घोड़ा, भैंसा, मनुष्य और हाथी होते हैं। इस बार मां का वाहन हाथी है। उन्होंने बताया कि हाथी पर माता का आगमन समाज के लिए अत्यंत शुभ होगा। वर्षा और खेती के लिए बहुत अच्छा है। चारों ओर हरियाली ही हरियाली होगी। अन्न का खूब उत्पादन होगा। हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्र विशेष महत्व रखती है। इस दौरान घट स्थापना और नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपो की उपासना की जाती है। आचार्य मिश्रा ने बताया कि शारदीय नवरात्र का उत्सव शारदीय नवरात्र के मुख्य दिन को प्रतिपदा कहा जाता है और अंतिम दिन को महानवमी कहा जाता है।

भक्तों को लुभाएगी माता की पोशाक

माता रानी के शृंगार के लिए बाजार में इस बार आकर्षक पोशाक बिक्री को लाई गईं हैं। लहंगा और पटुका वाली इन पोशाकों को नई डिजाइन में तैयार किया गया है। यह दुकानों पर 50 से दो सौ रुपए बिक्री में उपलब्ध हैं। मुकुट और मालाएं भी माता रानी की दुकानों पर उपलब्ध हैं। बाजारों में खरीदारी करने महिलाओं का आना शुरू हो गया है। जिससे बाजार में चहल पहल शुरू हो गई है।

मसालों पर भी महंगाई की मार

त्योहारी सीजन पर महंगाई की मार पड़ती दिख रही है। जीरा कुछ माह पहले 400 रुपये प्रति किलो मिल रहा था। अब इसकी कीमत 700 से 710 रुपउ प्रति किलो पहुंच गई है। महंगाई का असर घरों में प्रतिदिन प्रयोग होने वाले अन्य मसालों पर भी हुआ है। लगभग हर व्यंजन में प्रयोग होने वाली हल्दी भी दोगुने दाम पर पहुंच चुकी है। 130 रुपए प्रति किलो बिकने वाली हल्दी इन दिनों 250 रुपए प्रति किलो मिल रही है। लाल मिर्च भी लगभग दोगुनी हो गई है। पहले जहां लाल मिर्च भी पहले से महंगी हो गई हैं। इसी तरह बड़ी इलाइची 700 से बढकऱ एक हजार प्रतिकिलो, लौंग 900 से 1100 रुपए पर पहुंच गई हैं।

शारदीय नवरात्र की तिथिवार दिन

15 अक्टूबर पहला मां शैलपुत्री

16 अक्टूबर दूसरा मां ब्रह्मचारिणी

17 अक्टूबर तीसरा मां चंद्रघंटा

18 अक्टूबर चौथा मां कूष्मांडा

19 अक्टूबर पांचवां मां स्कंदमाता

20 अक्टूबर छठा मां कात्यायनी

21 अक्टूबर सातवां मां कालरात्रि

22 अक्टूबर आठवां मां सिद्धिदात्री

23 अक्टूबर नौवां मां महागौरी