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दो विद्युत जीएसएस निजी हाथों में देने की तैयारी, कर्मचारियों पर लटकी तलवार

विद्युत प्रसारण निगम ने धौलपुर जिले के दो जीएसएस को निजी हाथों में देने की तैयारी कर ली है। अगर सब कुछ ठीकठाक चलता रहा तो शीघ्र ही दोनों जीएसएस का संचालन निजी कम्पनी की ओर से किया जाएगा। इनमें प्रमुख रूप से धौलपुर में रीको तथा मरैना जीएसएस शामिल है। निगम सूत्रों के अनुसार हिण्डौनसिटी एसई वृत्त में तीन जीएसएस को निजी हाथों में दिया जा रहा है। इनमें करौली जिले के मण्डरायल कस्बे का जीएसएस शामिल है।

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Preparations to give two electric GSS in private hands, sword on staff, dholpur news dholpur

दो विद्युत जीएसएस निजी हाथों में देने की तैयारी, कर्मचारियों पर लटकी तलवार

धौलपुर. विद्युत प्रसारण निगम ने धौलपुर जिले के दो जीएसएस को निजी हाथों में देने की तैयारी कर ली है। अगर सब कुछ ठीकठाक चलता रहा तो शीघ्र ही दोनों जीएसएस का संचालन निजी कम्पनी की ओर से किया जाएगा। इनमें प्रमुख रूप से धौलपुर में रीको तथा मरैना जीएसएस शामिल है। निगम सूत्रों के अनुसार हिण्डौनसिटी एसई वृत्त में तीन जीएसएस को निजी हाथों में दिया जा रहा है। इनमें करौली जिले के मण्डरायल कस्बे का जीएसएस शामिल है।
सूत्रों के अनुसार प्रसारण निगम की ओर से राज्य में अब 124 जीएसएस निजी हाथों देने की तैयारी की जा रही है। जबकि हिण्डौन वृत्त के तीन जीएसएस पहली बार निजी हाथों में दिए जा रहे हैं। इससे वहां कार्यरत अभियंता, तकनीशियन तथा अन्य कर्मचारियों पर तलवार लटक गई है। इसके चलते जीएसएस को निजी कम्पनी को देने का विरोध भी शुरू हो गया है।
उल्लेखनीय है कि जिले में बिजली चोरी व छीजत का आंकड़ा राज्य में सर्वाधिक है। इसके तहत धौलपुर जिले में विद्युत लाइन अधिक दूरी पर होने के कारण भी छीजत बढ़ जाती है। इसके चलते निगम ने इनको निजी हाथों में देने का प्रस्ताव तैयार किया था। यह कवायद पूर्व से ही चल रही थी, लेकिन अब इसमें गति आ गई है। जैसे ही इस प्रक्रिया का कर्मचारियों को पता चला तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि इससे उनको निगम की ओर से तितर-बितर कर दिया जाएगा। उनके भविष्य पर भी तलवार लटक गई है। ऐसे में निजी हाथों दिए जाने का विरोध किया जा रहा है।
निगम सूत्रों के अनुसार अभी तक पश्चिम राजस्थान में अधिकांश जीएसएस निजी हाथों में दिए हुए हैं। इनकी तीन साल की अवधि खत्म हो रही है। इसके लिए इनको रिन्यू करना है। निगम ने पुराने रिन्यू करने के साथ हिण्डौन वृत्त के तीन जीएसएस और निजी हाथों में देने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जिसे शीघ्र लागू करने की योजना है।
हिण्डौन सिटी एसई वृत्त के तहत धौलपुर जिला आता है। वृत्त में तीन जीएसएस को निजी हाथों में दिए जाने का प्रस्ताव है। इनमें करौली जिले का मण्डरायल तथा धौलपुर जिले का रीको व मरैना जीएसएस शामिल है।
एसएस मीणा, अधिशासी अभियंता, 220केवी जीएसएस, धौलपुर।
इधर, निजीकरण का जताया विरोध
धौलपुर. निजीकरण के विरोध में धौलपुर शहर के 220 केवी जीएसएस पर गुरुवार को विद्युत प्रसारण निगम के सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता एवं सभी कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। मजदूर प्रसारण इंटक के प्रदेश सचिव मनीष कुमार शर्मा ने बताया कि इस मौके पर सहायक अभियंता शशांक शर्मा, गणेश वर्मा, मनोज शर्मा, कनिष्ठ अभियंता संतोष कुमार, केशव शर्मा, सतीश कुमार, तकनीकी सहायक मनीष कुमार शर्मा, सुनील कुमार, जमीर खान, अक्षत उपाध्याय, शिवदत्त शर्मा, बाबूलाल, लोकेश, सतेंद्र व जिलाध्यक्ष इंटक राजेश शर्मा सहित अनेक कर्मचारी मौजूद रहे।
विद्युतकर्मियों ने काली पट्टी बांधी
बसेड़ी. राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम प्रशासन द्वारा कलस्टर सिस्टम व निजीकरण को लागू कर प्रदेश के 132 केवी जीएसएस को निजी कंपनियों को देने के विरोध में नंादनपुर-बसेड़ी मार्ग पर स्थित 132 जीएसएस पर विद्युत कर्मी और अधिकारियों ने काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया। धौलपुर जिले के मरैना व धौलपुर रीको भी शामिल हैं। निजीकरण के विरोध में गुरुवार को 132 केवी जीएसएस बसेड़ी के समस्त अभियंताओं व तकनीकी कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर विरोध जताया। इस मौके पर कनिष्ठ अभियंता अरविन्द मीणा, जगन कोठिया, प्रेमसिहं मीणा तथा तकनीकी कर्मचारी महेश परमार, पवन कुमार, मुकेश कुमार, सुन्दर सिंह व भैरोंसिहं उपस्थित थे।
मनियां. कस्बे के 132 केवी जीएसएस पर गुरुवार को विद्युत प्रसारण निगम के सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता एवं कर्मचारियों ने भी निजीकरण के विरोध में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया।
कनिष्ठ अभियंता हनिमेष जैन ने बताया कि इस मौके पर सहायक अभियंता बीरी सिंह अग्निहोत्री,व लोकेश मीणा तकनीकी कर्मचारी प्रदीप कुमार, अभिषेक जैन, गिरीश तिवारी, जीवन तिवारी आदि कर्मचारी मौजूद रहे।