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तीन कॉलेजों का मार्ग… जलभराव में होकर जाने को मजबूर विद्यार्थी

शहर में रिजर्व पुलिस लाइन से आगे और पचगांव चौकी के पास प्रेरणा नगर स्थित कन्या कॉलेज समेत तीन कॉलेज संचालित हैं। इन कॉलेजों में एक हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं लेकिन इसके बाद भी एक रास्ता नहीं है। जो रास्ता है उसमें जलभराव होने से छात्राओं को परेशानी उठानी पड़ती है। अभी तक नया रेलवे ट्रेक नहीं होने से छात्राएं और अन्य विद्यार्थी आ जा रहे थे लेकिन अब इनके पास रास्ता नहीं बचा है।

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तीन कॉलेजों का मार्ग... जलभराव में होकर जाने को मजबूर विद्यार्थी Route to three colleges... Students forced to walk through waterlogged roads

- रेलवे ट्रेक के निर्माण के बाद नहीं बचा रास्ता, पुलिया में भरा पानी, दूसरा रास्ता भी अस्त-व्यस्त

- कन्या, विधि और एक निजी कॉलेज संचालित

धौलपुर. शहर में रिजर्व पुलिस लाइन से आगे और पचगांव चौकी के पास प्रेरणा नगर स्थित कन्या कॉलेज समेत तीन कॉलेज संचालित हैं। इन कॉलेजों में एक हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं लेकिन इसके बाद भी एक रास्ता नहीं है। जो रास्ता है उसमें जलभराव होने से छात्राओं को परेशानी उठानी पड़ती है। अभी तक नया रेलवे ट्रेक नहीं होने से छात्राएं और अन्य विद्यार्थी आ जा रहे थे लेकिन अब इनके पास रास्ता नहीं बचा है। रेलवे की पुलिया में जलभराव होने से एक रास्ता बंद हो चुका है जबकि दूसरा पुराना रास्ते में भी पानी भरा हुआ है। जिससे छात्राओं को निकलने में असुविधा होती है। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि पक्की सडक़ नहीं होने की समस्या को लेकर जिला प्रशासन, कॉलेज आयुक्तालय समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया जा चुका है लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला। चिंता इस बात की है कि नवीन शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद छात्राओं के लिए कॉलेज तक पहुंचना ढेड़ी खीर होने वाला है। जबकि सरकार बालिका शिक्षा पर जोर दे रही है, यहां तो रास्ता ही नहीं है।

तीन कॉलेजों में एक हजार से अधिक विद्यार्थी

कन्या, विधि और निजी महारानी कॉलेज में करीब एक हजार से अधिक विद्यार्थी है। इसमें कन्या कॉलेज में ही अकेली करीब 800 छात्राएं हैं। नवीन सत्र जल्द शुरू होने वाला है, ऐसे में छात्राओं को खासा सुविधा का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, रेलवे ट्रेक नहीं बनने तक छात्राएं और अन्य विद्यार्थी छोटी रेलवे लाइन को क्रास कर आ जा रहे थे। लेकिन ट्रेक बनने के बाद केवल काली माता मंदिर के सामने वाला रास्ता ही बचा हे। इस रास्ते पर भी जलभराव से विद्यार्थी और स्टाफ परेशान हैं।

- कॉलेज का रास्ता कच्चा है। रेलवे पुलिया में पानी भरने से रास्ता बंद हो गया। पुराने रास्ते भी पानी भरा है और बरसात और होने पर समस्या और बढ़ सकती है। हालातों को लेकर पूर्व में अवगत करा चुके हैं।

- अनिल गोस्वामी, प्रिंसीपल, कन्या कॉलेज धौलपुर