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धौलपुर. जिले के प्रवास पर आए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड से सभी शिक्षक संघों के पदाधिकारियों ने मुलाकात की।
उन्होंने भीषण गर्मी को देखते हुए शिविरों को गैर आवासीय कराने की मांग की। कहा कि आवासीय शिविरों के नाम पद शिक्षक-शिक्षिकाओं को रात्रि में रोक कर परेशान किया जा रहा है।
कैदियों की तरह व्यवहार
संघ के पदाधिकारियों ने मंत्री से कहा कि प्रदेश के ढाई लाख शिक्षक वर्ग सरकार से बेहद नाराज है। शिविरों के नाम पर शिक्षकों के साथ कैदियों की तरह उत्पीडन व धमकाया जा रहा है, जिसे बंद किया जाए।
शिक्षकों को 17 सीसीए नोटिस देने एवं बायोमीट्रिक मशीन से उपस्थिति का भय दिखाया जा रहा है। डरा धमकाकर आवासीय शिविरों के सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं।
रात्रि में रोकना उचित नहीं
शिक्षक नेताओं ने मंत्री को बताया कि शिविर पाठ्यक्रम में शैक्षिक कालांश 5 बजे तक ही लगते हैं।
इसके बाबजूद रात्रि को शिक्षकों को बेवजह रोकने का तुगलकी फरमान लागू कर रखा है। शिविरों को गैर आवासीय में परिवर्तित कराने तथा शिक्षकों को अपने गृह जिले एवं ब्लॉक में प्रशिक्षण लेने की छूट दिलाने की मांग की।
इस दौरान रमाशंकर शर्मा, गोविंद शर्मा, राजेश शर्मा, चन्द्रशेखर शर्मा, दिनेश चंद्र गुधेनियां, चंद्रभान चौधरी, अब्दुल सगीर, सुरेश भारद्वाज, महेश त्यागी, देवदत्त पाठक, रतन सिंह, अनिल मिश्रा, लाखन सिंह मौजूद रहे। कर्मचारियों ने कई मांगें मंत्री के सामने रखीं।
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