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राजा से रंक और रंक से राजा बनाते हैं शनिदेव, जानिए नए साल में किस राशि पर कैसा रहेगा प्रभाव

धौलपुर. शनि का नाम आते ही लोगों के मन में डर पैदा हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस तरह शनि की स्थिति कुंडली में खराब होने पर व्यक्ति राजा से रंक बन जाता है, उसी प्रकार यदि शनिदेव की स्थिति कुंडली में अच्छी हो तो व्यक्ति रंक से राजा भी बन सकता है। शनि की चाल बदलने के साथ ही

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Shani Dev makes a king from a king and a king from a rank, know what will be the effect on which zodiac sign in the new year

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राजा से रंक और रंक से राजा बनाते हैं शनिदेव, जानिए नए साल में किस राशि पर कैसा रहेगा प्रभाव

धौलपुर. शनि का नाम आते ही लोगों के मन में डर पैदा हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस तरह शनि की स्थिति कुंडली में खराब होने पर व्यक्ति राजा से रंक बन जाता है, उसी प्रकार यदि शनिदेव की स्थिति कुंडली में अच्छी हो तो व्यक्ति रंक से राजा भी बन सकता है। शनि की चाल बदलने के साथ ही जातकों के जीवन पर उनके प्रभाव भी बदलते रहते हैं। साल 2021 में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से 5 राशि के जातकों के जीवन में उथल-पुथल रही। आइए जानते हैं कि साल 2022 में शनि देव की चाल से किन राशियों के जातक प्रभावित रहेंगे।

इस राशि को मिलेगी राहत
साल 2021 में शनि देव ने 5 राशियों के जीवन में उथल-पुथल मचाई। शनि देव वर्तमान साल में अपनी स्वराशि मकर में हैं, जिसकी वजह से धनु, मकर और कुंभ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। जबकि मिथुन और तुला पर ढैय्या चल रही है। साल 2022 में धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से राहत मिल जाएगी। वहीं मिथुन और तुला राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से राहत मिलेगी।
2022 के चौथे माह में करेंगे राशि परिवर्तन

शनिदेव 29 अप्रेल 2022 को मकर से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के राशि परिवर्तन से मीन, कुंभ और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती तथा कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या लगेगी। यानि नए साल में भी मकर और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती बनी रहेगी। जिसमें मकर राशि के जातकों पर शनि साढ़े साती का आखिरी चरण शुरू होगा तो कुंभ वालों पर दूसरा चरण।

शनि होंगे जुलाई 2022 में वक्री

ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 17 जनवरी 2023 से शनि के मार्गी होने पर तुला और मिथुन राशि से पूरी तरह ढैय्या का प्रभाव खत्म हो जाएगा। तुला राशि पर शनि की ढैय्या 24 जनवरी 2020 से चल रही है। वहीं, अप्रेल 2022 में धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से राहत मिलेगी, परंतु 12 जुलाई 2022 को शनि वक्री होकर फिर से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 17 जनवरी 2023 को धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से और मिथुन राशि वालों को ढैय्या से पूरी तरह मुक्ति मिलेगी।