महज 100 ग्राम सहजन की पत्तियों में 5 गिलास दूध के बराबर कैल्शियम होता है। वहीं, एक नींबू के रस की तुलना में इससे पांच गुना अधिक विटामिन-सी मिलता है। सहजन की पत्तियों में कैल्शियम और विटामिन-सी के अलावा प्रोटीन, पोटेशियम, आयरन, मैगनीशियम और विटामिन-बी कॉम्पलैक्स भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
– हैजा, दस्त, पेचिश, पीलिया और कोलाइटिस रोगों में सहजन की पत्तियों का रस फायदेमंद होता है।
– गर्भवती महिला को इसकी पत्तियों का रस देने से डिलीवरी में आसानी होती है।
– सहजन की पत्तियों को पानी में उबाल लें। अब इस पानी को ठंडा होने पर पिएं। इससे कफ में आराम मिलता है।
सहजन की पत्तियां वैसे तो सभी आयु वर्ग के लिए लाभदायक हैं। लेकिन बच्चों व महिलाओं को विशेष लाभ होता है। इसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं। आयरन, मैगनीशियम, जिंक और विटामिन की उपलब्धता से शरीर में खून की कमी नहीं होती व मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है। इन फलियों से कुपोषण भी दूर होता है। इनमें मौजूद जिंक डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभकारी है। इसके अलावा हड्डियों में सूजन व दर्द में इसकी पत्तियों को पीसकर लेप करने से आराम मिलता है।
इसकी पत्तियों का प्रयोग सब्जी या सांभर में और रस को पानी में उबालकर काढ़े के रूप में किया जाता है।