ओमेगा 3 एसिड हार्मोन, हृदय गति और निम्न रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत करने के अलावा हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। इसके अलावा मेंटल हेल्थ में भी इसका सेवन उपयोगी होता है। सबसे बड़ा स्रोत मछली का तेल और अलसी के बीज हैं।
मैग्नीशियम न्यूरोमस्कुलर, हृदय, इम्यूनिटी और हार्मोनल कामकाज को नियंत्रित करता है। आहार में मैग्नीशियम की कमी से मांसपेशियों में कमजोरी और थकान महसूस करा सकती है। इसके साथ ही इसकी कमी मेंटल हेल्थ को भी प्रभावित करती है। मैग्नीशियम के अच्छे स्रोतों में हरी पत्तेदार सब्जियां, केला, अंजीर, एवोकैडो और रास्पबेरी, नट और बीज, फलियां, समुद्री भोजन और मटर, ब्रोकोली, ब्रसेल्स जैसी सब्जियां, और अंकुरित अनाज व फल शामिल हैं।
हमारी हड्डियों काे मजबूती के लिए कैल्शियम की जरूरत हाेती है। और शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए विटामिन डी 3 बहुत आवश्यक है। सूर्य का प्रकाश विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है, लेकिन विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ हैं जैसे अंडे की जर्दी, वसायुक्त मछली जैसे ट्यूना, मैकेरल और सामन, सोया दूध, पनीर आदि भी मददगार है।
बी-विटामिन जैसे थियामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, पाइरिडोक्सिन (बी 6), पैंटोथेनिक एसिड, बायोटिन, फोलेट और बी 12 अच्छी सेहत के लिए जरूरी हैं। क्योंकि ये वर्कआउट करते समय ऊर्जा का उत्पादन करते हैं। फोलेट और बी 12 जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व, लाल रक्त कोशिकाओं, प्रोटीन संश्लेषण, और ऊतक की मरम्मत और रखरखाव करने का जरूरी हैं। B विटामिन के लोकप्रिय स्रोत साबुत अनाज, अंडे और डेयरी उत्पाद, रेड मीट, मछली, फलियां, बीज और नट्स और दूसरों के साथ गहरे पत्ते वाली सब्जियां हैं।
शरीर में आयरन की कमी आपकाे एनीमिया का शिकार बना सकती है। आयरन लाल रक्त कोशिकाओं को पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने में मदद करता है। आयरन की कमी आपको सुस्त बना सकती है। गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां, दाल, फलियां, नट और बीज, साबुत अनाज और सूखे फल जैसे खाद्य पदार्थ आयरन के समृद्ध स्रोत हैं।
विटामिन सी में प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले गुण होते हैं और यह शरीर के लिए एक आवश्यक विटामिन है क्योंकि यह वायुजनित वायरस और सामान्य सर्दी को रोकता है। विटामिन सी के समृद्ध स्रोत खट्टे फल और स्ट्रॉबेरी हैं, और सब्जियां जैसे ब्रोकोली, फूलगोभी और शिमला मिर्च आदि हैं।
विटामिन ई एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट है क्योंकि यह ऑक्सीडेटिव सेलुलर क्षति व वायरस संक्रमण को रोकता है, पेंटेन और लैक्टिक एसिड का उत्पादन कम करने के साथ एनारोबिक थ्रेशोल्ड बढ़ाता है। गहरी हरी पत्तेदार सब्जियां और मछली और वसायुक्त खाद्य पदार्थ विटामिन ई के उच्च स्रोत होते हैं।