नमक चार प्रकार के होते हैं- सादा नमक, सेंधा नमक या रॉक सॉल्ट, समुद्री नमक और काला नमक। सोडियम और क्लोराइड से प्रचुर नमक हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। हालांकि इनके बनाने के तरीके के कारण इनके स्वाद, गुण और प्रकृति में अंतर आ जाता है।
इसलिए सही चुनना जरूरी –
यह जानना बेहद जरूरी है कि अलग-अलग नमक हमारे लिए कैसे फायदेमंद या नुकसानदेह हैं। नमक का आकार, प्रोसेसिंग तकनीक और प्रकृति की इसमें अहम भूमिका हो सकती है। परतदार समुद्री नमक और सेंधा नमक तेजी से खाने में घुल जाता है। बेकिंग जैसे कामों के लिए समुद्री नमक बेहतर हैं। ऐसे ही कोशेर या कुकिंग नमक किचन में उपयोग होने वाला सामान्य नमक है।
सेफद या सादा नमक –
इस नमक में सोडियम और आयोडीन भी पर्याप्त मात्रा में होती है, ये हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। यदि नमक का सीमित मात्रा में सेवन किया जाए तो यह कई फायदे करता है लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन हमारी हड्डियों को सीधे तौर पर प्रभावित करता है। जिससे हड्डियों कमजोर होने लगती हैं। आजकल के युवा कई तरह के हड्डी रोगों से प्रभावित है। इसका सबसे बड़ा कारण नमक का अधिक सेवन है। अगर आप केवल आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए इसका इस्तेमाल करती हैं तो यह जान लें कि बहुत से डेयरी उत्पाद, सी-फूड और सब्जियों सहित बहुत सारे खाद्य पदार्थों में आयोडीन होता है। सोडियम खाना पचाने के साथ ही हमारे पाचन तंत्र को भी अच्छा रखता है।
सेंधा नमक –
इसे रॉक सॉल्ट, व्रत का नमक और लाहोरी नमक कहा जाता है। यह नमक बिना रिफाइन के तैयार किया जाता है। हालांकि इसमें कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा सादे नमक की तुलना में काफी ज्यादा होती है। साथ ही यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा होता है। जिन लोगों को हार्ट और किडनी सें संबंधित परेशानियां होती हैं उनके लिए इस नमक का सेवन बहुत फायदेमंद साबित होता है।
काला नमक (ब्लैक सॉल्ट) –
काला नमक का सेवन हर तरह के व्यक्ति के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से कब्ज, बदहजमी, पेट दर्द, चक्कर आना, उल्टी आना और जी घबराने जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। गर्मियों के मौसम में नींबू पानी या फिर छाछ के साथ काला नमक का सेवन करना चाहिए। लेकिन इसमें फ्लोराइड मौजूद होता है इसलिए इसके अधिक सेवन से नुकसान होने का खतरा भी रहता है।
लो-सोडियम सॉल्ट –
इस नमक को पौटेशियम नमक भी कहा जाता है। हालांकि सादा नमक की तरह इसमें भी सोडियम और पौटेशियम क्लोराइड होते हैं। जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या होती हैं उन्हें लो-सोडियम सॉल्ट का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा हदय रोगी और मधुमेह रोगियों के लिए भी यह नमक फायदेमंद होता है।
सी सॉल्ट –
यह नमक वाष्पीकरण के जरिए बनाया जाता है और यह सादा नमक की तरह नमकीन नहीं होता है। सी सॉल्ट का सेवन पेट फूलना, तनाव, सूजन, आंत्र गैस और कब्ज जैसी समस्याओं के वक्त सेवन करने की सलाह दी जाती है।