प्रात भ्रमण, व्यायाम, प्राणायाम करें। उष्ण जल, उष्ण पदार्थों जो चटपटे, कड़वे और कषैले रस वाले हाे, का सेवन किया जाना चाहिए। दिन में नहीं सोना चाहिए, दही, मिठाई और गन्ने के रस का सेवन नहीं करना चाहिए। प्रात शरीर को गरम वस्त्रों से ढके, ठंडे पदार्थों का सेवन नहीं करें। इनसे बसंत ऋतु में होने वाले कफ प्रधान रोगों से बचा जा सकता है। इनसे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होकर जनपदोध्वंस जन्य बीमारियों से भी बचा जा सकता है।
गिलोय-40 ग्राम , ताजा है तो 80 ग्राम लें, तुलसी -20 ग्राम हरे पत्ते, अदरक -20 ग्राम, हल्दी-15 ग्राम, काली मिर्च -5 ग्राम का मिश्रण कर लें। उपयोग विधि
एक व्यक्ति के लिए 300 मिली लीटर पानी में 15 ग्राम उक्त मिश्रण डालकर मंद आग पर उबालें, 100 मिली लीटर शेष रह जाने पर छान कर पीएं। इससे कफ जन्य रोगों से बचाव होता है।