प्याज में फ्लेवेनॉइड्स नामक तत्त्व है, जो धमनियों में चर्बी को जमने से रोकते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और पोटेशियम जैसे तत्त्व हृदय रोगों की आशंका को कम कर कैंसर से भी बचाते हैं। साथ ही किसी भी अंग की सूजन को दूर कर शरीर की सफाई करने में मददगार है। इसे पकाकर या कच्चा दोनों तरह से खाया जा सकता है। लू से बचाने में यह काफी फायदेमंद है।
लहसुन रक्तवाहिनियों को साफ रखता है और ब्लडप्रेशर भी कम करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले तत्त्वों को शरीर से बाहर निकालते हैं। भोजन में नियमित लहसुन खाने से शरीर में मौजूद बैक्टीरिया-वायरस नष्ट हो जाते हैं। साथ ही सांस की नली, फेफड़ों और साइनस की सफाई भी हो जाती है।
यह एक बेहतरीन डिटॉक्सीफायर है। रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी में एक नींबू का रस मिलाकर पीने से शरीर से विषैले पदार्थ निकल जाते हैं। नींबू में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स होता है जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकते हैं। हर मौसम में इसे खाने पर शरीर के प्राकृतिक रसायनों का तालमेल बना रहता है।
अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी है। इसमें मौजूद फाइबर भोजन को पचाने में मदद करने के साथ ही इस दौरान अतिरिक्त चर्बी को घटा देता है। इस कारण पेट और आंतों की सफाई सही तरह से हो जाती है। शरीर की सभी कोशिकाओं की सेहत इसी एसिड की सही मात्रा पर निर्भर करती है। रोजाना आधा चम्मच अलसी किसी न किसी रूप में खाने पर कब्ज की शिकायत आसानी से दूर हो जाती है।
यह पावरफुल क्लीनिंग एजेंट है। इसमें मौजूद खास तत्त्व ऐसे एंजाइम्स का निर्माण बढ़ा देता है जो लीवर को मजबूती देते हैं। इसके अलावा पत्तागोभी में अनेक एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीकैंसर कंपाउंड्स के अलावा एंटीबैक्टीरियल एवं एंटीवायरल गुण होते हैं जो पाचन नली को साफ और पेट को ठंडा रखते हैं। इसमें डाइट्री फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है जिससे पाचनक्रिया दुरुस्त रहती है।